

कोलकाता : पिछले शनिवार को सॉल्टलेक स्टेडियम में लियोनेल मेस्सी के कार्यक्रम में हुई अफरा-तफरी की घटना को लेकर पुलिस की जांच अब निर्णायक रूप से टिकट रिफंड पर केंद्रित हो गई है। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि इस असफल आयोजन का आर्थिक बोझ अंततः कौन वहन करेगा। घटना की कुप्रबंधन की जांच कर रही विशेष जांच दल (एसआईटी) ने ऑनलाइन टिकटिंग प्लेटफॉर्म के वरिष्ठ अधिकारियों से पूछताछ शुरू कर दी है, जिसने कार्यक्रम के टिकट बेचे थे। गुरुग्राम से आए तीन वरिष्ठ अधिकारियों ने शनिवार शाम विधाननगर कमिश्नरेट के कार्यालय में एसआईटी के सामने पेशी दी। पुलिस ने बताया कि जांच के विस्तार के साथ इन अधिकारियों से सोमवार को फिर पूछताछ की जाएगी। जांच से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, एसआईटी ने टिकट बिक्री का विस्तृत विवरण, एकत्र राजस्व और खरीदारों की जानकारी मांगी है। यह कदम असली खरीदारों तक रिफंड पहुंचाने के लिए जरूरी माना जा रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘टिकटिंग कंपनी के पास खरीदारों के फोन नंबर और ईमेल आईडी होने चाहिए। यह दावों की सत्यापन और रिफंड प्रक्रिया के लिए आवश्यक है।’ पुलिस सूत्रों ने बताया कि आगे के कदम इस पर निर्भर करेंगे कि टिकटिंग प्लेटफॉर्म सत्यापित खरीदार सूची और एकत्र धनराशि का सटीक आंकड़ा दे पाता है या नहीं।
हालांकि, पुलिस ने तथाकथित ‘कॉम्प्लिमेंट्री’ पासों के लिए रिफंड पर सख्त रुख अपनाया है, जिन्हें कथित तौर पर ग्रे मार्केट में बेचा गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “कॉम्प्लिमेंट्री पास मुफ्त जारी किए जाते हैं और इन्हें बेचना अवैध है। ऐसे पास खरीदने वाला शुरू से ही गैरकानूनी लेन-देन में शामिल होता है।” यहां उल्लेखनीय है कि इससे पहले एसआईटी ने शताद्रु से पूछताछ की थी। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि मेस्सी को लोगों द्वारा शरीर पर हाथ देना पसंद नहीं आया और इसके कारण वह मैदान से जल्दी चला गया था।