कोलकाता : परिवहन विभाग की ओर से जल परिवहन का पूरी तरह कायापलट किया जायेगा। इसके तहत जेटियों के पुनरुद्धार से लेकर विभिन्न कार्य किये जायेंगे। आउट्राम घाट का आधुनिकीकरण करने का निर्णय लिया गया है। हाल ही में इसे लेकर परिवहन विभाग के प्रधान सचिव डॉ. सौमित्र मोहन की ओर से एक बैठक डब्ल्यूबीटीसी के मैदान टेंट में की गयी। बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई जिनमें जेटियों के ढांचागत आधुनिकीकरण के अलावा रिफ्यूलिंग जेटियों को विकसित करना, तटों और जहाजों पर वेस्ट मैनेजमेंट, विभिन्न रूटों की तलाश कर नदी पर्यटन को विकसित करना, रिवर क्रूज चालू करना, टूरिस्ट गाइड जैसे रोजगार के अवसर प्रदान करना, असंगठित भुटभुटी और कंट्री बोट आदि की सुरक्षा और मजबूत करना आदि शामिल हैं।
जेटियों पर ढांचागत विकास
निजी क्रूज मालिकों समेत कई हितधारकों द्वारा कोलकाता, दक्षिणेश्वर, चंदननगर, चुंचुड़ा, मायापुर और सुंदरवन के द्वीप समूहों में जहाजों के जेटियों पर पहुंचने और क्रूज शिप की एक्सेसिंग/मूरिंग की समस्या पर चर्चा की गयी। इसके लिये फेयरली प्लेस जेटी पर नये एमएस पोंटून हेतु वे आवेदन कर रहे हैं। वहीं डब्ल्यूबीआईटीडीसीएल के डायरेक्टर द्वारा परिवहन विभाग के सचिव को सूचित किया गया कि आउट्राम घाट जेटी का आधुनिकीकरण किया जा रहा है और डब्ल्यूबीआईटीडीसीएल इसे सेना से अनुमति के बाद डब्ल्यूबीटीसी को देना चाहता है। इधर, इनलैंड वॉटरवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (आईडब्ल्यूएआई) के डायरेक्टर ने जेटियों/पोंटून जेटियों, भारत सरकार द्वारा आर्थिक सहयोग के लिये रो-रो/रोपैक्स की आवश्यकता के लिये प्रस्ताव दिया। परिवहन विभाग के सचिव ने डब्ल्यूबीटीसी के एमडी को प्रस्तावित जेटियों और जहाजों की सूची तैयार कर अनुमोदन के लिये संबंधित अधिकारी को देने के लिये कहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि सभी चिह्नित जेटियों पर फेरी यात्रियों की सुविधा के लिये पेयजल सुविधा, शौचालय और पैसेंजर शेड होने चाहिये।
यह भी पढ़ें: Weather Update: बंगाल में कहीं बारिश का अलर्ट तो कहीं बढ़ेगी गर्मी, जानिए मौसम का अपडेट
सुंदरवन की जेटियों में मुलभूत सुविधाओं का अभाव
बैठक में निजी क्रूज मालिकों ने सूचित किया कि सुंदरवन की जेटियों जैसे कि बाली आईलैंड, दोबांकी, सजनेखाली आदि में ढांचागत और पर्यटक सुविधाएं काफी खराब हैं जिनमें पेयजल और रेस्ट रूम की समस्या भी है।
शालीमार में चुनाव बाद होगा जेटी का काम
बताया गया कि शालीमार में जेटी के लिये अनुमोदन वित्त विभाग के पास लंबित है और चुनाव बाद इस पर काम होगा। वहीं फेयरली प्लेस में रिफ्यूलिंग जेटी के निर्माण को लेकर डब्ल्यूबीटीसी और आईओसीएल द्वारा संयुक्त निरीक्षण कया गया है। निजी क्रूज मालिकों की सूची तैयार कर पर्यटन विभाग को सौंपने के लिये कहा गया है।
भुटभुटी/कंट्री बोट की सुरक्षा पर हुई चर्चा
भुटभुटी/कंट्री बोट की सुरक्षा को लेकर निजी क्रूज मालिकों ने कहा कि इस तरह के बोट्स द्वारा जो फिशिंग नेट्स का इस्तेमाल किया जाता है, उस कारण क्रूज के निर्धारित रूट में बाधाएं आती हैं और यह पर्यटकों की सुरक्षा के लिये भी हानिकारक होता है। इसका हल निकालने के लिये मत्स्य विभाग और आईडब्ल्यूएआई के साथ बैठक का प्रस्ताव दिया गया। कहा गया है कि इस तरह की भुटभुटी व कंट्री बोट की पहचान/रजिस्ट्रेशन की जिम्मेदारी राज्य सरकार को लेनी होगी।
रिपोर्ट- मधु सिंह