विपक्षी पार्षदों ने की फुटपाथ अतिक्रमण के खिलाफ ठोस कानून बनाने की मांग

एमएमआईसी ने माना कि शहर के कुछ इलाकों में हो रही है अवैध पार्किंग
विपक्षी पार्षदों ने की फुटपाथ अतिक्रमण के खिलाफ ठोस कानून बनाने की मांग
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कोलकाता : कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के मासिक अधिवेशन में फुटपाथ अतिक्रमण और अवैध पार्किंग के मुद्दे को लेकर विपक्षी दल के दो पार्षदों ने निगम प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाये। वार्ड नंबर 50 के पार्षद सजल घोष और वार्ड नंबर 23 के पार्षद विजय ओझा ने आरोप लगाया कि केएमसी सिर्फ कागजी कार्रवाई कर अपनी पीठ थपथपा रहा है, जबकि जमीनी स्तर पर ठोस काम नहीं हो रहा। सजल घोष ने कहा कि केएमसी फुटपाथ अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई का दावा तो करता है लेकिन न्यू मार्केट इलाके में फुटपाथ अतिक्रमण की स्थिति अब भी जस की जस बनी हुई है। विजय ओझा ने कहा कि एक बाजार में टीन शेड वाले डाला लगाए गए लेकिन शहर के अन्य इलाकों में अब भी पुराने हालात हैं, जहां फुटपाथों पर अतिक्रमण बना हुआ है। उन्होंने कहा कि टीन शेड वाले डाला बेतरतीब ढंग से लगाए जा रहे हैं, जिनका आकार और ऊंचाई निर्धारित नहीं है। कई स्थानों पर यह डाला इतने बड़े हैं कि वे दुकानों को ढक देते हैं। दोनों पार्षदों ने इस विषय पर केएमसी से ठोस नियम बनाने की मांग की।

इसके जवाब में मेयर परिषद सदस्य देवाशीष कुमार ने कहा कि हॉकरों की आजीविका की सुरक्षा हेतु राज्य सरकार द्वारा बनाए गए कानून के तहत ही केएमसी द्वारा कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि फुटपाथ का दो-तिहाई हिस्सा आम राहगीरों के लिए और एक-तिहाई हिस्सा हॉकरों के लिए संरक्षित किया गया है। वहीं टीन शेड वाले डाला लगाने का उद्देश्य आगजनी की घटनाओं को रोकना है, क्योंकि तिरपाल का उपयोग अब प्रतिबंधित है। उन्होंने बताया कि न्यू मार्केट इलाके में ब्लैक टॉप (सड़कों) पर डाला लगाने वाले हॉकरों के खिलाफ विगत एक सप्ताह से कार्रवाई की जा रही है। अवैध पार्किंग पर पूछे गए सवालों के जवाब में देवाशीष कुमार ने माना कि शहर में अवैध पार्किंग एक गंभीर समस्या है। उन्होंने बताया कि कोलकाता की 500 सड़कों पर सामान्य पार्किंग, 555 सड़कों पर एक्सक्लूसिव पार्किंग और 600 सड़कों पर नाइट पार्किंग की सुविधा निर्धारित की गई है। अवैध पार्किंग के विरुद्ध कोलकाता पुलिस के सहयोग से बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया जाएगा।

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