

कोलकाता : बहूबाजार थाना क्षेत्र में दर्ज सनसनीखेज फुटबॉल मैच फिक्सिंग मामले में कोलकाता पुलिस की डिटेक्टिव डिपार्टमेंट (DD) ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। जांच के दौरान सामने आए डिजिटल सबूतों और कॉल-डिटेल रिकॉर्ड के आधार पर पुलिस ने इस मामले में शामिल एक और मुख्य आरोपी अब्दुल राशिद को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। लालबाजार के खुफिया अधिकारियों की एक विशेष टीम पिछले कई दिनों से उसकी लोकेशन ट्रैक कर रही थी। गुरुवार देर रात उसे दिल्ली से हिरासत में लेकर शुक्रवार सुबह कोलकाता लाया गया।
पुलिस के अनुसार, अब्दुल राशिद अंतरराज्यीय मैच फिक्सिंग रैकेट का एक अहम संचालक है। जांचकर्ताओं का दावा है कि यह गिरोह विभिन्न फुटबॉल क्लबों और खिलाड़ियों के संपर्क में रहकर मैचों के परिणाम प्रभावित करता था। सरकारी वकील ने अदालत को बताया कि इस गिरोह ने फिक्सिंग के जरिए भारी रकम कमाई और फिर उन पैसों को क्रिप्टोकरेंसी के जरिये विभिन्न डिजिटल वॉलेट्स में ट्रांसफर कर दिया। इससे पुलिस को पैसे की ट्रेल पकड़ना और भी मुश्किल हुआ।
गिरफ्तारी के बाद अब्दुल राशिद को शुक्रवार दोपहर बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया। अभियोजन पक्ष ने उसकी विस्तृत पुलिस हिरासत की मांग करते हुए कहा कि उससे पूछताछ कर फिक्सिंग गिरोह के अन्य सदस्यों, डिजिटल वॉलेट्स और पैसों के स्रोतों की जानकारी मिल सकती है। अदालत ने तर्क स्वीकार करते हुए उसे 20 दिसंबर तक पुलिस कस्टडी में भेजने का आदेश दिया।
उधर, मामले में पहले से गिरफ्तार क्लब मालिक आकाश दास, मीडिया मैनेजर राहुल साहा और सुजॉय भौमिक को भी शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया। सुनवाई के बाद अदालत ने सुजॉय भौमिक को 13 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया, वहीं आकाश दास और राहुल साहा को जेल कस्टडी में भेजने का निर्देश दिया गया। सरकारी पक्ष ने अदालत से आग्रह किया कि जेल में रहकर भी दोनों आरोपितों से पूछताछ की अनुमति दी जाए, ताकि फिक्सिंग नेटवर्क का पूरा पर्दाफाश किया जा सके।
पुलिस का कहना है कि यह मामला केवल एक खेल घोटाले का नहीं, बल्कि एक संगठित आपराधिक नेटवर्क का हिस्सा है, जिसकी जड़ें कई राज्यों तक फैली हो सकती हैं। जांच जारी है और आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारी हो सकती है।