

रामबालक, सन्मार्ग संवाददाता
दक्षिण 24 परगना : मंगलवार को राज्य की सीएम ममता बनर्जी और तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने एसआईआर के खिलाफ मेगा रैली निकाली थी। रैली के दूसरे दिन एक युवक ने SIR के खौफ से परेशान होकर गले में फंदा डालकर खुदकुशी कर ली। मृतक का नाम शफीकुल गाजी है। वह भांगड़ में ससुराल में रह रहा था। यह घटना भांगड़ इलाके की है। वह मूल रूप से उत्तर 24 परगना जिले का रहने वाला था। मृतक की पत्नी ने मीडिया को बताया कि पति कई दिनों से एसआईआर के आतंक में डूबे थे। किसी से ठीक से बात नहीं कर रहे थे वे। खाना-पीना भी बंद कर दिया था। बीच-बीच में कागजात लेकर बैठते थे और पत्नी से कहते थे, उनके पास सारे कागज नहीं हैं। बस मुझसे कहते थे, मेरे पास तो कोई कागजात नहीं है। मुझे तो यहां से निकाल देंगे। ऐसी बातें वे दो दिन से कह रहे थे।” मंगलवार की रात खाना खाकर सोने चले गए थे। बुधवार की सुबह उनकी पत्नी और बेटा काम पर निकल गए। सुबह कमरे से उनका फांसी पर लटका शव बरामद हुआ। पुलिस ने शव बरामद कर लिया। खबर मिलते ही परिवार से मिलने पहुंचे कैनिंग पूर्व के विधायक शौकत मोल्ला ने मृतक के परिजनों से बातचीत कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। आगे शौकत ने कहा, “मैंने सुना है उनके माता-पिता के वैध कागजात हैं। जहां घर है, वहां कागजात हैं। लेकिन उनके खुद के कोई कागजात नहीं हैं। जमीन-जायदाद का भी दस्तावेज नहीं है। उसी निराशा से यह घटना घटी है। भाजपा को इसका जवाब देना होगा। भाजपा को इस मौत की जिम्मेदारी लेनी होगी।” उल्लेखनीय है कि इससे पहले आगरपाड़ा, ईलमबाजार, जमालपुर, रामनगर, मुर्शिदाबाद, कांदी और डानुकनी में इस तरह की घटनाएं घट चुकी हैं। इसके अलावा बंगाल के कई प्रांतों में आतंक का माहौल है।