अब केएमसी के स्कूलों में बच्चों को पढ़ाया जायेगा ‘गुड टच’ और ‘बैड टच’ का पाठ

एमएमआईसी संदीपन साहा ने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा की गई है और बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए एक रूपरेखा तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि बच्चों को यह ज्ञान देना आवश्यक है ताकि वे यौन शोषण से बच सकें।
फाइल फोटो
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कोलकाता : कोलकाता नगर निगम के स्कूलों में अब बच्चों को 'गुड टच' और 'बैड टच' के बारे में पढ़ाया जाएगा। यह निर्णय बच्चों के यौन उत्पीड़न के बढ़ते मामलों को देखते हुए लिया गया है। बच्चे अक्सर अच्छे और बुरे स्पर्श के बीच के अंतर को नहीं समझ पाते हैं, जिससे वे यौन उत्पीड़न का शिकार हो जाते हैं। कोलकाता नगर निगम के शिक्षा विभाग ने इस महत्वपूर्ण विषय पर बच्चों को शिक्षित करने के लिए एक विशेष पाठ्यक्रम और शिक्षण विधियों को विकसित करने की पहल की है। इस प्रक्रिया में डिजिटल संसाधनों का भी उपयोग किया जाएगा। निगम के बजट में शिक्षा विभाग से संबंधित दस्तावेजों में इस मुद्दे का उल्लेख किया गया है। 'बाल संरक्षण दिशानिर्देश' और 'स्कूलों में यौन शोषण के विरुद्ध संरक्षण के दिशानिर्देश' के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए शिक्षकों के लिए कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। मालूम हो कि नगर निगम के स्कूलों में ज्यादातर गरीब और निम्न मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चे पढ़ते हैं। इन बच्चों को इस विषय पर शिक्षित करना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है ताकि वे अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें। शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार, आईटी विभाग विशेष शिक्षण विधियों को विकसित करने में सहायता करेगा। इस संबंध में शिक्षा विभाग के एमएमआईसी संदीपन साहा ने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा की गई है और बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए एक रूपरेखा तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि बच्चों को यह ज्ञान देना आवश्यक है ताकि वे यौन शोषण से बच सकें।


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