

कोलकाता: कुंभ भगदड़ में 30 से अधिक तीर्थयात्रियों के मारे जाने की आशंका है। इस दुखद घटना के बाद केंद्र समेत यूपी सरकार हाई अलर्ट पर है। सीएम ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार भी स्थिति से चिंतित है। ऐसे में नवान्न की ओर से दिल्ली के रेजिडेंट कमिश्नर कार्यालय को यह जांच करने का निर्देश दिया गया है कि प्रयागराज हादसे में बंगाल का कोई व्यक्ति फंसा तो नहीं है। उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार से संपर्क करने को कहा गया है। उत्तर प्रदेश में महाकुंभ मेले में शामिल होने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से लाखों लोग पहुंचे हैं। आंकड़ों के मुताबिक कुल संख्या 8 करोड़ के पार है। कहने की जरूरत नहीं है कि इसमें बंगालियों की संख्या भी कम नहीं है। सीएम ममता बनर्जी खुद भी इस त्रासदी से काफी चिंतित हैं। उसी को ध्यान में रखते हुए नवान्न दिल्ली रेजिडेंट कमिश्नर कार्यालय के माध्यम से लगातार उत्तर प्रदेश सरकार के संपर्क में है। सूत्रों के अनुसार इस कम्युनिकेशन बिल्ड अप ऑपरेशन में बंगाल सरकार को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि योगी सरकार के शीर्ष अधिकारी उन्हें यह बताने में सक्षम नहीं हैं कि बंगाल के कितने लोग मृत या घायल पाए गए क्योंकि अंतिम सूची अभी तक तैयार नहीं की गई है। दिल्ली रेजिडेंट कमिश्नर कार्यालय के एक शीर्ष अधिकारी के अनुसार वे उत्तर प्रदेश सरकार, विशेष रूप से डीएम और एसपी, प्रयागराज के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं। यहां तक कि बंगाली तीर्थयात्रियों को बचाने और उन्हें सुरक्षित और स्वस्थ कोलकाता वापस लाने के लिए दिल्ली में एक समर्पित टीम भी तैयार की है। लेकिन आधिकारिक रिपोर्ट उपलब्ध नहीं होने के कारण हम आगे नहीं बढ़ सकते। इस संबंध में पश्चिम बंगाल के अधिकारी अब भी प्रयागराज से सकारात्मक प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं।