

सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कोलकाता हवाई अड्डे पर आज दोपहर 3:48 बजे से हॉट फायर ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसका नेतृत्व हवाई अड्डा निदेशक डॉ. पी. आर. ब्यूरिया ने किया। यह ड्रिल हवाई अड्डे की मासिक आपातकालीन तैयारियों का हिस्सा थी।
हॉट फायर ड्रिल एक पूर्ण पैमाने का आपातकालीन सिमुलेशन है, जिसमें कई एजेंसियां वास्तविक विमान आपात स्थिति की तरह अपनी निर्धारित भूमिकाएं निभाती हैं। इन अभ्यासों का उद्देश्य आपातकालीन प्रतिक्रिया योजनाओं को मान्य करना, अंतर-एजेंसी समन्वय को बेहतर करना और रोकथाम, शमन, तैयारियों, प्रतिक्रिया और पुनर्प्राप्ति चरणों में तत्परता को बढ़ाना है।
आज के अभ्यास में 16 विमान बचाव और अग्निशमन (एआरएफएफ) कर्मियों और 9 सीआईएसएफ कर्मियों ने हिस्सा लिया। ड्रिल में दो एआरएफएफ वाहनों और दो एम्बुलेंस का उपयोग किया गया, जिसमें हवाई अड्डे के परिसर में एक नकली विमान दुर्घटना को उच्च दबाव वाली आपात स्थिति के रूप में प्रस्तुत किया गया।
उद्देश्य था कि प्रारंभिक अलर्ट से 138 सेकंड के निर्धारित प्रतिक्रिया समय को प्राप्त किया जाए और आग को एक मिनट के भीतर नियंत्रित किया जाए—यह विमानन सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण मानक है। निरंतर और कठिन प्रशिक्षण से टीमें इन कड़े लक्ष्यों को कुशलतापूर्वक पूरा कर पाती हैं।
डॉ. बेउरिया के नेतृत्व में कोलकाता हवाई अड्डा यथार्थवादी और प्रभावशाली आपातकालीन तैयारियों के अभ्यासों के माध्यम से सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दृढ़ रखता है।