

रामबालक, सन्मार्ग संवाददाता
दक्षिण 24 परगना: दक्षिण 24 परगना जिले में साहित्य–प्रेमियों के लिए सोमवार का दिन विशेष रहा, जब मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने फलता के बासुदेवपुर फुटबॉल मैदान में आयोजित 31वां दक्षिण 24 परगना जिला पुस्तक मेला का औपचारिक उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पुस्तक मेला न सिर्फ पढ़ने की आदत को बढ़ावा देता है, बल्कि हर आयु वर्ग के लोगों को अपनी पसंद की किताबें एक ही स्थान पर खोजने का अवसर भी प्रदान करता है।यह मेला 14 दिसंबर तक चलेगा। आयोजकों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, मेले में लगभग 75 स्टॉल लगाए गए हैं। इनमें कोलकाता और दक्षिण 24 परगना के अलावा राज्य के अन्य जिलों तथा बाहरी प्रकाशक भी शामिल हुए हैं। बच्चों की किताबें, साहित्य, इतिहास, विज्ञान, कविता, उपन्यास, धार्मिक और शैक्षणिक पुस्तकों की विस्तृत श्रृंखला पाठकों को आकर्षित कर रही है। कई स्टॉलों पर विशेष छूट की घोषणा भी की गई है, जिससे पुस्तक–प्रेमियों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। इस वर्ष मेले की थीम ‘बांग्ला में भाषार ओइतिक्षेर रक्षा, आमादेर अंगीकार’, यानी ‘बांग्ला भाषा और उसकी परंपरा की रक्षा हमारा संकल्प’ रखी गई है। आयोजकों का कहना है कि थीम का उद्देश्य क्षेत्रीय भाषा और संस्कृति के संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाना है।
सुरक्षा और सुविधाओं के बीच पुस्तक प्रेमियों की बढ़ी रौनक
पुस्तक मेला रोजाना दोपहर 12:30 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहेगा, ताकि स्कूल–कॉलेज के छात्र–छात्राएँ, कार्यालय कर्मी और पुस्तक–प्रेमी आसानी से यहाँ पहुँच सकें। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है और मेले परिसर में पर्याप्त प्रकाश, पेयजल तथा अन्य आवश्यक सुविधाएँ सुनिश्चित की गई हैं। पुस्तक मेला शुरू होने से पहले एक रैली भी निकाली गई, जिसमें स्कूलों के छात्र, स्थानीय लोग और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम में डीएम अरविंद कुमार मीणा, जिला परिषद की सभाधिपति नीलिमा मिस्त्री, नारी एवं शिशु कल्याण विभाग की कर्माध्यक्ष शची नस्कर, पीएचई की कर्माध्यक्ष शिखा राय, डायमंड हार्बर के एसडीओ शुभ्रजीत गुप्ता सहित कई अधिकारी मौजूद थे।