
कोलकाता : राज्य के जल संसाधन राज्य मंत्री मानस रंजन भुइयां ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वर्ष 2014 से अब तक राज्य की किसी भी स्वेज परियोजना, नदियों की ड्रेजिंग या बांधों की मरम्मत के लिए एक भी रुपया केंद्र से प्राप्त नहीं हुआ है। मंत्री ने आरोप लगाया कि घाटाल मास्टर प्लान को लेकर भाजपा के नेता, मंत्री, विधायक और सांसद कई बार घाटाल और मिदनापुर जाकर बैठक करते हैं और हर बार यह दावा करते हैं कि केंद्र ने इस परियोजना को मंजूरी दे दी है और शीघ्र ही राज्य सरकार को फंड जारी किया जाएगा। भुइयां ने कहा 'लेकिन सच्चाई यह है कि केंद्र की भाजपा नेतृत्व वाली सरकार के जल संसाधन मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि घाटाल मास्टर प्लान के लिए कोई फंड आवंटित नहीं किया गया है और भविष्य में भी आवंटन की कोई योजना नहीं है'।
उन्होंने कहा कि यही बात मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी बार-बार कहती रही हैं। बीते 11 वर्षों से घाटाल और मिदनापुर के लोग इस परियोजना के लिए लगातार अपील कर रहे हैं। मुख्यमंत्री स्वयं घाटाल जाकर बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर चुकी हैं और वहां की स्थिति का जायजा लिया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद अभिषेक बनर्जी ने भी इस मुद्दे को कई बार उठाया और केंद्र से परियोजना के लिए फंड की मांग की, लेकिन कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। भुइयां ने बताया कि राज्य सरकार ने इस वर्ष के बजट में घाटाल मास्टर प्लान के लिए 1550 करोड़ रुपये के आवंटन की घोषणा की है, जिसमें से प्रथम चरण में 500 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं और कार्य प्रारंभ हो चुका है।