

विधाननगर : सॉल्टलेक स्थित ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ हाइजीन एंड पब्लिक हेल्थ कैंपस में संचालित एक निजी कैंटीन को लेकर धोखाधड़ी का आरोप सामने आया है। संस्थान के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डॉ. अतुल राज ने नीलेश बोराल और उसके सहयोगी उज्ज्वल दास के खिलाफ पैसे लेकर वापस नहीं करने की शिकायत दर्ज कराई है। डॉ. अतुल राज के अनुसार, नीलेश बोराल पिछले 6–7 महीनों से अपने सहयोगी उज्ज्वल दास के साथ कैंपस के गेस्ट हाउस परिसर में एक निजी कैंटीन चला रहा था, जिसकी शुरुआत मई 2025 में हुई थी। कैंटीन शुरू होने के कुछ समय बाद ही नीलेश बोराल ने आर्थिक तंगी का हवाला देकर उनसे बार-बार आर्थिक मदद मांगी और भरोसा दिलाया कि कारोबार स्थिर होने पर पूरी रकम लौटा देगा। शिकायत के मुताबिक, शुरुआत में नीलेश ने 15 हजार रुपये लौटा दिए, जिससे उस पर विश्वास हो गया। इसके बाद उसने अधिकतर ऑनलाइन वॉलेट के जरिए लगातार पैसे उधार लिए, जिनके दस्तावेजी प्रमाण मौजूद हैं। कुछ महीने पहले उसने यह कहकर फिर पैसे मांगे कि उसके पिता को ब्रेन हैमरेज हुआ है और इलाज के लिए तत्काल मदद की जरूरत है। डॉ. राज का आरोप है कि अलग-अलग बहानों, फोन खराब होना, फोन पोर्टिंग में होना या हैंडसेट टूट जाने का हवाला देकर नीलेश ने कई बार नकद रकम भी ली। इस तरह कुल बकाया राशि 77 हजार रुपये है। शिकायत में कहा गया है कि अन्य लोगों से भुगतान मिलने के बावजूद नीलेश बोराल ने एक भी रुपया वापस नहीं किया है। वह अब फोन कॉल से बच रहा है और हाल ही में उसने कैंटीन बंद करने की बात कही है, लेकिन रकम लौटाने को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं किया। डॉ. अतुल राज के अनुसार, इस घटना के बाद से ही नीलेश बोराल के व्यवहार में बड़ा बदलाव आ गया और वह बिना सूचना के कैंटीन बंद करने लगा तथा संपर्क से बचने लगा। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है