

कोलकाता : एक लाख रुपये के बदले उतनी ही राशि के डॉलर देने में असमर्थ रहने पर एक व्यक्ति को जबरन बंधक बनाकर रखने के आरोप में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। यह घटना कसबा थाना क्षेत्र से जुड़ी बताई जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम नृपेन पांडेय है, जिसे पुलिस ने बनगांव स्टेशन के पास से पकड़ा। अभियुक्त के कब्जे से अपहृत व्यक्ति विश्वजीत नियोगी को सकुशल बरामद कर लिया गया है। मंगलवार को अभियुक्त को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 18 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कुछ दिन पहले एक युवती ने कसबा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके पिता विश्वजीत नियोगी का बनगांव में अपहरण कर लिया गया है। आरोप है कि अपहरणकर्ता ने विश्वजीत को रिहा करने के एवज में एक लाख रुपये की मांग की थी। युवती ने पुलिस को बताया कि दो दिन पहले उसके पिता को एक व्यक्ति ने यह कहकर बनगांव भेजा था कि एक मोबाइल ऐप के माध्यम से वहां रहने वाले व्यक्ति को डॉलर ट्रांसफर करना है और इसके बदले उसे अच्छी-खासी कमीशन राशि मिलेगी।
उस व्यक्ति की बातों में आकर विश्वजीत बनगांव पहुंचे। वहां पहुंचने पर उन्हें पता चला कि अभियुक्त नृपेन पांडेय पहले ही एक लाख रुपये विश्वजीत के एक मित्र को दे चुका है। जब तय योजना के अनुसार डॉलर ट्रांसफर नहीं हो पाया, तो नृपेन ने विश्वजीत को बंधक बना लिया। आरोप है कि अभियुक्त ने दो दिनों तक विश्वजीत को जबरन अपने पास रोके रखा और उसकी रिहाई के बदले एक लाख रुपये की मांग करता रहा।
घटना की जानकारी मिलने पर विश्वजीत की बेटी ने कसबा थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की और तकनीकी साक्ष्यों के सहारे अभियुक्त की लोकेशन का पता लगाया। इसके बाद पुलिस ने बनगांव स्टेशन के पास छापेमारी कर नृपेन पांडेय को गिरफ्तार कर लिया और अपहृत व्यक्ति को मुक्त कराया। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है।