

कोलकाता : कोलकाता पुलिस ने गुड़गांव से एक 22 वर्षीया लॉ स्टूडेंट काे सोशल मीडिया पर ऑपरेशन सिंदूर पर बयान देकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार स्टूडेंट की पहचान शर्मिष्ठा पनोली के रूप में की गयी है। वह फिलहाल पुणे में पढ़ाई करती है और कोलकाता के आनंदपुर की रहने वाली है। सिमबायोसिस लॉ स्कूल, पुणे में बीबीए एलएलबी ऑनर्स की फोर्थ ईयर की स्टूडेंट ने इंस्टाग्राम पर किये गये पोस्ट को डिलीट कर एक्स हैंडल पर अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी। अधिकारियों ने बताया कि उसे गुड़गांव के कोर्ट में पेश किया गया और ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता लाया जायेगा। इसे लेकर डीसी पोर्ट हरिकृष्ण पाई ने कहा, ‘एक शिकायत प्राप्त हुई है और मामले की जांच की जा रही है। कानून के अनुसार, सभी आवश्यक कदम उठाये जायेंगे।’
पनोली के खिलाफ की गयी थी शिकायत
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गत 15 मई को गार्डनरीच पुलिस स्टेशन में पनोली के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। भारतीय न्याय संहिता की धारा 196 (1) के तहत धर्म, जन्म स्थान, आवास, भाषा, जाति अथवा समुदाय के आधार पर दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना (नागरिकों के किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के उद्देश्य से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य करना), 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना), 353 (1) (सी) (सार्वजनिक भड़काने वाले बयान) के तहत एफआईआर दर्ज की गयी थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि एफआईआर के बाद कानून के तहत नोटिस देने की कोशिश की गयी, लेकिन अभियुक्त और उनका परिवार फरार था। इसके बाद गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया जिसके आधार पर शर्मिष्ठा को गुड़गांव से गिरफ्तार किया गया।
‘मेरी व्यक्तिगत भावनाएं थीं’
इधर, एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए पनोली ने कहा, ‘मैं यहां निःशर्त माफी मांगती हूं। मैंने जो भी कहा, वह मेरी व्यक्तिगत भावनाएं थीं और मैं जानबूझकर किसी काे दुःख पहुंचाना नहीं चाहती थी। मेरे बयान से किसी को बुरा लगा है तो इसके लिए माफी मांगती हूं। मैं सहयोग और समझ की उम्मीद करूंगी। आगे से किसी तरह के सार्वजनिक पोस्ट करने से पहले मैं सतर्क रहूंगी। एक बार फिर, कृपया मेरी माफी स्वीकार करें।’
सभी कानूनी प्रावधान मानकर हुई गिरफ्तारी : कोलकाता पुलिस
इधर, शर्मिष्ठा पनाेली की गिरफ्तारी को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा तेज हो गयी है। एक वर्ग द्वारा उनकी गिरफ्तारी को गलत करार दिया जा रहा है। इसे लेकर कोलकाता पुलिस की ओर से एक्स हैंडल पर पोस्ट कर कहा गया कि गिरफ्तारी को जिस तरह अवैध कहा जा रहा है, वह पूरी तरह गलत और भ्रामक है। एक्स हैंडल पर कोलकाता पुलिस ने पोस्ट किया कि गिरफ्तारी में सभी कानूनी प्रक्रिया अपनायी गयी। नोटिस देने की पूरी कोशिश की गयी, लेेकिन प्रत्येक अवसर पर वे फरार थे। इसके बाद कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया और उसे गुड़गांव से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद उसे मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया और कानूनी प्रक्रिया के तहत ट्रांजिट रिमांड दी गयी। कोलकाता पुलिस ने कहा, ‘हम सभी संबंधित पक्षों से आग्रह करते हैं कि वे असत्यापित या अटकलबाजी वाली सामग्री का प्रसार करने से बचें तथा सूचना के लिए प्रामाणिक स्रोतों पर ही भरोसा करें।’ इधर, शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर उसे मिल रही धमकियों को लेकर श्री राम स्वाभिमान परिषद के सचिव सूरज कुमार सिंह के नेतृत्व में गार्डनरीच थाने में शिकायत दर्ज की गयी।