

कोलकाता: कोलकाता मेट्रो के बेलगछिया-टॉलीगंज (महानायक उत्तम कुमार) सेक्शन में अब एक बड़ा बदलाव हो रहा है। मेट्रो के डाउन लाइन में जो स्टील थर्ड रेल लगी हुई थी, उसे अब एल्युमीनियम थर्ड रेल से बदलने का काम चल रहा है। ये काम अगस्त 2025 तक पूरा हो जाएगा। अब एल्युमीनियम थर्ड रेल क्यों जरूरी है? इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह ज्यादा बिजली बचाता है। इससे मेट्रो के ऑपरेशन का खर्चा कम होगा। खास बात यह है कि एल्युमीनियम थर्ड रेल बिजली को बहुत अच्छे से चला सकती है, जिससे मेट्रो की स्पीड भी बढ़ेगी और सिस्टम की एफिशिएंसी भी बेहतर होगी। अब तक, श्यामबाजार और सेंट्रल स्टेशनों के बीच करीब 4 किलोमीटर का हिस्सा बदल लिया गया है। और अगले कुछ महीनों में हर महीने लगभग 4 किलोमीटर की रेल बदलने का काम जारी रहेगा। पहले यह काम सिर्फ रात को बिजली बंद करके किया जाता था, लेकिन अब इसे दिन में भी पूरी सावधानी के साथ किया जा रहा है।
इससे होंगे इतने फायदे…
इस बदलाव से सिर्फ बिजली की बचत ही नहीं होगी, बल्कि ये एल्युमीनियम थर्ड रेल पूरे सिस्टम को ज्यादा कारगर बनाएगी। साथ ही, इसका जीवनकाल काफी लंबा होगा और इससे हर साल 50,000 टन तक कार्बन उत्सर्जन कम हो जाएगा। तो, मेट्रो को लेकर यह नया कदम है जो न सिर्फ पर्यावरण के लिए अच्छा है, बल्कि इससे यात्रियों को भी फायदा होगा!