कोलकाता : जोड़ासांको थानांतर्गत मछुआ बाजार में स्थित होटल ऋतुराज में भयावह आग लग गयी। आग के कारण होटल में ठहरे कई लोग वहां फंस गये। जान बचाने के लिए कई लोगों ने होटल की छत तो कई लोगों ने खिड़की के बाहर छज्जे पर शरण ली।
इस दौरान आग से डरकर एक व्यक्ति ने होटल के छज्जे से छलांग लगा दी। उसे उद्धार कर अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक का नाम मनोज पासवान (40) है। वह झारखंड का रहनेवाला है। हादसे में दो बच्चों की भी मौत हुई हैं। इसके अलावा रात डेढ़ बजे तक 6 और लोगों के मरने की बात सामने आ रही थी। हालांकि, सुबह तक करीब 14 लोगों की मौत होने की खबर है।
इससे पहले विधायक विवेक गुप्त ने दमकल मंत्री सुजीत बाेस से बात कर आग बुझाने की त्वरित कार्रवाई की अपील की। उनकी अपील पर घटनास्थल पर हाइड्रोलिक लैडर भेजा गया जिससे राहत व बचाव कार्य में काफी मदद मिली।
घटना की सूचना पाकर मौके पर मेयर फिरहाद हकीम, कोलकाता पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा, स्थानीय पार्षद रीता चौधरी, वार्ड 42 के पार्षद महेश शर्मा पहुंचे। इस दौरान दमकल कर्मियों ने हाइड्रोलिक लैडर की सहायता से होटल की छत पर फंसे कई लोगों को भी उद्धार किया गया।
क्या है पूरा मामला : जानकारी के अनुसार मंगलवार की रात 8 बजे ऋतुराज होटल में अचानक आग लग गयी। स्थानीय लोगों के अनुसार आग होटल के पहले तल्ले पर आग लगी थी जो जल्दी ही फैल गयी। इसके कारण होटल के सभी फ्लोर पर काला धुआं भर गया।
इस बीच होटल के विभिन्न तल्ले के कमरे में ठहरे हुए लोग धुएं के कारण आतंकित हो गये। होटल के पांचवे तल्ले के कमरे ठहरे महिला औ पुरूषों ने मकान की छत पर भागकर जान बचाने की कोशिश की। वहां पर करीब डेढ़ घंटे तक वे लोग खड़े रहे और धुएं के बीच अपने मोबाइल की टर्च जलाकर पुलिस और स्थानीय लोगों से अपनी जान बचाने की गुहार करते रहे।
इसके अलावा चौथे तल्ले के कमरे में फंसे 8 लोगों ने अपने कमरे के खिड़की के बाहर छज्जे पर खड़े होकर जान बचाने की कोशिश की। इस दौरान दूसरे तल्ले से एक व्यक्ति ने आग के आतंक के कारण जान बचाने के लिए छलांग लगा दी। हादसे में उसके सिर और चेहरे में गंंभीर चोट आयी। घायल व्यक्ति को उद्धार कर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। करीब एक घंटे तक मकान की छत पर फंसे लोगों की गुहार को देखते हुए दमकल विभाग ने घटनास्थल पर हाइड्रोलिक लैडर मंगाकर लोगों को उद्धार करने का काम शुरू किया।
पहले दो लोगों को छत से नीचे उतारा गया। इसके बाद कुछ महिलाएं और पुरुषों को बगल की मकान की छत पर उतारकर उद्धार किया गया। आग के धुएं के कारण दमकल कर्मियों को होटल के अंदर प्रवेश करने में दिक्कतें आयी। झारखंड से आये कुमार अभिषेक ने बताया कि वह सोमवार की सुबह कोलकाता इलाज के लिए आये थे। वह अपने दोस्त रितेष कुमार के साथ ऋतुराज होटल के कमरा नंबर 417 में ठहरे थे।
मंगलवार की रात 9.30 बजे उनकी हावड़ा से ट्रेन थी। इस बीच रात 8 बजेे कमरे में कुछ जलने की दुर्गंध आयी। बाहर निकलने पर उन्होंने देखा कि पूरे कॉरिडोर में धुआं भर गया है। सीढ़ी में कुछ दिख नहीं रहा है। ऐसे में खिड़की खोलकर छज्जे पर खड़े हये। करीब 45 मिनट तक इंतजार करने के बाद उन्हें उद्धार किया गया।