Kolkata Bus: कोलकाता में बस के रूटों को लेकर होगा बड़ा बदलाव

फाइल पिक
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कोलकाता : बुधवार को बस रूटों के डायवर्जन और 'व्हेयर इज माई बस' ऐप परिसेवा चालू करने को लेकर बेलतला के आरटीओ कार्यालय में हुई बैठक में परिवहन विभाग के डायरेक्टर इख्लाक अहमद, अतिरिक्त डायरेक्टर समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इसमें गैर लाभकारी बस रूटाें के डायवर्जन के मुद्दे पर चर्चा की गयी। वहीं बसों की संख्या कम होने का कारण नयी बसों का नहीं उतारा जाना बताया गया। साथ ही कहा गया कि ऐप परिसेवा चालू करने के लिए जिन 12 रूटों की सरकारी बसों को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर ऐप से जोड़ा गया है, उनके आस-पास के रूटों की निजी बसों को भी इस ऐप से जोड़ने पर चर्चा की गयी। सिटी सबअर्बन बस सर्विसेज के महासचिव टीटो साहा ने बताया कि 40 से 50 बस रूट ऐसी हैं जो अधिक इस्तेमाल में नहीं है यानी गैर लाभकारी रूट हो गयी हैं। उन रूटों पर काफी समय से पूरी स्ट्रेंथ पर बसें नहीं चलायी जा रही हैं, ऐसे में उन रूटों पर फुल स्ट्रेंथ में किस तरह बसें चलायी जायें, इसे लेकर चर्चा की गयी। जल्द ही 10 निजी बसों को पायलट प्रोजेक्ट के तहत ऐप परिसेवा से जोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि मुख्य तौर पर पुलिस द्वारा जुर्माना और किराया नहीं मिलने के कारण कई रूटों पर बसों की संख्या काफी कम हो गयी है। इसके अलावा नयी बसें नहीं उतरने के कारण भी बसों की कमी हो गयी है। वहीं बैठक में ऐप परिसेवा के लिए ड्राइवरों और कंडक्टरों की पूरी सूची देने का निर्देश दिया गया। सामने आया है ​कि कई कंडक्टरों के लाइसेंस भी नहीं हैं, ऐसे में उन्हें लाइसेंस देने का प्रस्ताव परिवहन विभाग के अधिकारियों को दिया गया है। ऑल बंगाल बस मिनी बस समन्वय समिति के राहुल चटर्जी ने कहा कि बसों के एक्सटेंशन, डायवर्जन आदि पर चर्चा हुई। साथ ही बसों की संख्या बढ़ाने को लेकर प्रस्ताव मांगे गये। बंगाल बस सिंडिकेट के सुरोजीत साहा ने कहा कि स्टाफ लिस्ट पूरा करने के लिए कहा गया है। विभिन्न बस रूटों पर बसों की संख्या कम होने का कारण पूछा गया जिस पर संगठनों ने कहा कि जो रूट लाभकारी नहीं हैं, वहां नयी बसें मालिक क्यों उतारेंगे ?

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