

कोलकाता : कोलकाता के एक नामी उद्योगपति को कथित तौर पर ‘सेक्सटॉर्शन’ से जुड़ा एक धमकी भरा ईमेल मिला है। ईमेल भेजने वाले ने 25 करोड़ रुपये बिटकॉइन में देने की मांग की है और रकम नहीं देने पर उद्योगपति की पत्नी और बेटे की अश्लील व मानहानिकारक तस्वीरें और वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी दी है। उक्त उद्योगपति का देशभर में फैला एथनिक रिटेल कारोबार करीब 14 हजार करोड़ रुपये का बताया जा रहा है। इस मामले में रजारहाट थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है, जिसके आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
क्या है पूरा मामला
पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार, यह शिकायत उद्योगपति के वेदिक विलेज स्थित दो बंगलों की देखरेख करने वाले एक वरिष्ठ कर्मचारी ने दर्ज कराई है। शिकायत में बताया गया है कि पहला धमकी भरा ईमेल उद्योगपति को 15 दिसंबर को दोपहर के समय प्राप्त हुआ था। ईमेल भेजने वाले ने 24 घंटे के भीतर फिरौती देने की शर्त रखी थी और चेतावनी दी थी कि मांग पूरी नहीं होने पर परिवार से जुड़ी आपत्तिजनक सामग्री सार्वजनिक कर दी जाएगी।
शिकायत पत्र में उल्लेख किया गया है कि आरोपित ने लगातार उत्पीड़न की धमकी भी दी थी। ईमेल में कहा गया था कि ऐसी सामग्री हर सप्ताह कोलकाता के कम से कम 250 प्रभावशाली लोगों और सरकारी अधिकारियों को भेजी जाएगी और 12 सप्ताह के भीतर यह संख्या बढ़ाकर प्रति सप्ताह 1000 कर दी जाएगी। इसका उद्देश्य परिवार को सार्वजनिक अपमान, मानसिक आघात, प्रतिष्ठा को नुकसान और अपूरणीय सामाजिक क्षति पहुंचाना बताया गया।
ईमेल भेजने वाले ने दावा किया कि वह टोर नेटवर्क का इस्तेमाल करेगा। शिकायतकर्ता के अनुसार, आरोपित ने कहा कि टोर नेटवर्क के जरिए उसकी पहचान छिपी रहेगी और कानून प्रवर्तन एजेंसियां उसे ट्रेस नहीं कर पाएंगी। यह दावा स्पष्ट रूप से डर पैदा कर भुगतान के लिए दबाव बनाने की नीयत से किया गया था।
उद्योगपति के बेटे को भेजा गया धमकी भरा ईमेल
पुलिस के अनुसार, इसके बाद उद्योगपति के बेटे को भी एक दूसरा धमकी भरा ईमेल मिला, जो एक प्रोटॉन मेल आईडी से भेजा गया था। उसमें भी वही मांग दोहराई गई और बेटे से अपने पिता को इसकी जानकारी देने को कहा गया। दोनों ईमेल में साफ लिखा था कि किसी तरह की बातचीत या मोलभाव नहीं किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक, ईमेल मिलते ही उद्योगपति ने कोलकाता और विधाननगर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों से संपर्क किया। अधिकारियों की सलाह पर उन्होंने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद जांच शुरू की गई।
विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हम मामले के हर पहलू की जांच कर रहे हैं। यह भी देखा जा रहा है कि कहीं इसके पीछे किसी तरह की कारोबारी रंजिश या निजी विवाद तो नहीं है।” पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें जबरन वसूली, आपराधिक धमकी और महिला की मर्यादा भंग करने जैसे आरोप शामिल हैं।
क्या है टोर तकनीक
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि TOR (द अनियन राउटर) एक ऐसी तकनीक है, जिसमें इंटरनेट ट्रैफिक को दुनिया भर के कई कंप्यूटरों के जरिए एन्क्रिप्टेड परतों में भेजा जाता है, जिससे उपयोगकर्ता की पहचान छिप जाती है। इसके जरिए ‘.onion’ वेबसाइट्स तक भी पहुंच संभव होती है, जो सामान्य सर्च इंजनों पर उपलब्ध नहीं होतीं और डार्क वेब का हिस्सा मानी जाती हैं। हालांकि भारत में TOR का इस्तेमाल गैरकानूनी नहीं है, लेकिन अपराधों में इसका दुरुपयोग अक्सर किया जाता है। एक अधिकारी ने कहा, “TOR नेटवर्क से जुड़े सर्वरों को ट्रेस करना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन हमारी साइबर टीम सक्रिय रूप से जांच कर रही है। अंतरराष्ट्रीय सहयोग भी मांगा गया है।” फिलहाल इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।