

कोलकाता : मानसून के आगमन से पहले कोलकाता नगर निगम (केएमसी) शहर के सभी स्ट्रीट लैंप पोस्ट को सुरक्षित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रहा है। इस पहल के तहत महानगर के तीन लाख से अधिक स्ट्रीट लैंप पोस्ट को रबर से ढका जाएगा, जिससे करंट लगने की किसी भी संभावना को रोका जा सके। इस अभियान का उद्देश्य बारिश के दौरान लोगों को किसी भी दुर्घटना से बचाना है। केएमसी के इलेक्ट्रिसिटी विभाग के मेयर परिषद सदस्य संदीप रंजन बख्शी ने बताया कि पिछले दो वर्षों में निगम को इस समस्या के कारण काफी परेशानी उठानी पड़ी थी। केएमसी के रिकॉर्ड के अनुसार, भीगे हुए स्ट्रीट लैंप पोस्ट के संपर्क में आने से तीन लोगों की जान गई थी। इसके बाद निगम ने सभी लैंप पोस्ट की अर्थिंग का कार्य शुरू किया, जिससे पिछले साल में इस प्रकार की कोई भी दुर्घटना नहीं घटी। इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए निगम ने सभी लैंप पोस्ट को बिजली निरोधक सामग्री से कवर करने का निर्णय लिया है। इसके तहत प्रत्येक स्ट्रीट लैंप को 7 फीट की ऊंचाई तक रबर कवर से ढका जाएगा। इससे बारिश के दौरान लैंप पोस्ट भीगने के बावजूद करंट लगने की घटनाएं नहीं होंगी।
अधिकारियों को रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश
विभाग ने सभी एग्जीक्यूटिव अधिकारियों को इस परियोजना की रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है। यदि आवंटित बजट में यह कार्य पूरा किया जा सकता है, तो इसे इसी वर्ष शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावा, मानसून के दौरान लैंप पोस्ट के संपर्क से दूर रहने के लिए व्यापक प्रचार अभियान चलाने की योजना भी बनाई गई है। यह अभियान पांच महीने तक जारी रहेगा।
सावधानी के लिए लगाए जाएंगे चेतावनी संकेत
सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी लैंप पोस्ट पर ‘डेंजर’ साइनेज लगाए जाएंगे, ताकि लोग अनजाने में उन्हें न छुएं। इसके साथ ही, सभी स्ट्रीट ट्रांसफार्मरों की ऊंचाई बढ़ाने की भी योजना बनाई गई है, ताकि जलभराव की स्थिति में दुर्घटनाओं को रोका जा सके और बिजली आपूर्ति बाधित न हो। जर्जर अवस्था में पड़े ट्रांसफार्मरों की मरम्मत के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए हैं। एमएमआईसी ने बताया कि सभी बोरो के एग्जीक्यूटिव इंजीनियरों को इस परियोजना की जानकारी दे दी गई है। यदि किसी अधिकारी की ओर से लापरवाही पाई जाती है, तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।