

कोलकाता : कोलकाता नगर निगम (केएमसी) ने रूफटॉप रेस्तरां के संचालन को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए राज्य सरकार से एक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) तैयार किए जाने की अपील की है। केएमसी सूत्रों के अनुसार रूफटॉप रेस्तरां के संचालन के मुद्दे पर एक समन्वित कार्य योजना की आवश्यकता है, जिसमें दमकल विभाग, आबकारी विभाग, कोलकाता पुलिस, नगरपालिका प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों को शामिल किये जाने की आवश्यकता है। सूत्रों के अनुसार कोलकाता नगर निगम ने राज्य सचिवालय को इस विषय पर एक एसओपी तैयार करने और एक उच्चस्तरीय कमेटी गठित किए जाने की अपील की है, जिसमें सभी संबंधित विभागों का प्रतिनिधित्व हो। इससे भविष्य में होने वाली घटनाओं को रोका जा सकेगा और सभी पक्षों के बीच बेहतर तालमेल स्थापित किया जा सकेगा।
यह पहल मछुआ इलाके के ऋतुराज होटल में लगी आग की घटना के बाद तेजी से की गई है। इस घटना के बाद केएमसी ने महानगर में संचालित रूफटॉप रेस्तरां के खिलाफ कार्रवाई करने की घोषणा की थी। केएमसी ने स्पष्ट किया कि मकानों की छतें सार्वजनिक उपयोग के लिए संरचनात्मक रूप से सुरक्षित नहीं होतीं और इनका व्यावसायिक उपयोग गंभीर खतरे उत्पन्न कर सकता है। केएमसी ने न केवल छतों के व्यावसायिक इस्तेमाल पर रोक लगाई है, बल्कि छठे माले के म्यूटेशन (स्वामित्व परिवर्तन) पर भी अस्थायी रोक लगाने का निर्णय लिया है। गौरतलब है कि कोलकाता पुलिस द्वारा नगर निगम को महानगर में संचालित 83 रूफटॉप रेस्तरां की सूची सौंपी गई है, जिसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है। पार्क स्ट्रीट स्थित एक रूफटॉप रेस्तरां के अवैध निर्माण को तोड़े जाने के बाद जब हाई कोर्ट ने स्टे ऑर्डर जारी किया, तो मेयर हकीम ने कहा था, 'व्यवसाय जरूरी है, लेकिन लोगों की जान उससे कहीं अधिक कीमती है।'