आईआईएम- अहमदाबाद के साथ साझेदारी कर आईसीएमएआई ने शुरू किया लर्निंग प्लेटफॉर्म

संवाददाता सम्मेलन में उपस्थित आईसीएमएआई के अधिकारी
संवाददाता सम्मेलन में उपस्थित आईसीएमएआई के अधिकारी
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कोलकाता : कॉस्ट अकाउंटेंट्स के पेशेवर विकास और ‘विकसित भारत 2047’ कार्यक्रम की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, इंस्टिट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएमएआई) ने आईआईएम अहमदाबाद और एक्सआईएम भुवनेश्वर के साथ हाथ मिलाया है। इन रणनीतिक सहयोगों का उद्देश्य डिजिटल अर्थव्यवस्था के अनुरूप छात्रों और सदस्यों को भविष्य के लिए तैयार करना है। इन पहलों में पाठ्यक्रम नवाचार, नेतृत्व विकास और कौशल-आधारित समाज की स्थापना करना शामिल है। इसी क्रम में, 11 जून को आईसीएमएआई और आईआईटी मद्रास के बीच नई दिल्ली के सीएमए भवन में एक करार किया गया। इस समझौते के तहत एक उन्नत ऑनलाइन लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम और वीडियो-आधारित लर्निंग सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे छात्रों और सदस्यों के लिए डिजिटल शिक्षा का अनुभव और भी सशक्त होगा। मंगलवार को सीएमए भवन, कोलकाता में आयोजित संवाददाता सम्मलेन में उपस्थित आईसीएमएआई के अध्यक्ष सीएमए विभूति भूषण नायक ने बताया कि संस्थान की प्लेसमेंट डायरेक्टरेट ने दिसंबर 2024 परीक्षा सत्र के लिए आयोजित कैंपस प्लेसमेंट अभियान में ऐतिहासिक सफलता दर्ज की। प्लेसमेंट सेवा अब सिर्फ महानगरों तक सीमित न रहकर पुणे, कोयंबटूर, विजयवाड़ा, बंगलुरु और अहमदाबाद जैसे नए केंद्रों तक विस्तारित की गई है। 24 जून को आयोजित 19वें नेशनल अवार्ड्स फॉर एक्सीलेंस इन कॉस्ट मैनेजमेंट और 8वें सीएमए अवार्ड्स में विभिन्न उद्योग क्षेत्रों जैसे विनिर्माण, बीएफएसआई, लॉजिस्टिक्स, इन्फ्रास्ट्रक्चर और कंसल्टिंग में लागत प्रबंधन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले संगठनों को सम्मानित किया गया।

व्यक्तिगत स्तर पर सीएफओ, अचीवर्स और यंग अचीवर्स को भी सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद भर्तृहरि महताब उपस्थित रहे। उन्होंने पेशेवर अनुपालन बढ़ाने के लिए दो नवीन एआई टूल सीएमएजीपीटी फॉर कॉस्ट अकाउंटिंग स्टैंर्डड्स और स्टैंर्डड्स ऑफ कॉस्ट ऑडटिंग की शुरुआत की। इससे पहले 23 जून को आयोजित नेशनल स्टूडेंट्स कॉन्वोकेशन–2025 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कॉस्ट अकाउंटेंट्स की राष्ट्र निर्माण में भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि हमें लेखांकन को केवल आर्थिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि संसाधनों के संरक्षण और पारदर्शिता की दृष्टि से भी देखना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे वित्तीय रिपोर्टिंग से परे जाकर नवाचार, उत्तरदायित्व और राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनें। इस कार्यक्रम में 247 छात्रों को सम्मानित किया गया और इसे 1.2 लाख सदस्यों तथा 6 लाख छात्रों को वैश्विक स्तर पर लाइव-स्ट्रीम किया गया। कार्यक्रम में उपाध्यक्ष सीएमए टीसीए श्रीनिवास प्रसाद, बीएफएसआई बोर्ड के चेयरमैन सीएमए सी. चट्टोपाध्याय, चेयरमैन अध्ययन और कैंपस प्लेसमेंट सीएमए विनयरंजन पी, चेयरमैन मेम्बरशिप सीएमए अविजित गोस्वामी, सचिव (कार्यवाहक) सीएमए डॉ. डीपी नंदी उपस्थित थे।

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