

कोलकाता : महानगर में विभिन्न डेटिंग ऐप पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर पहले लोगों से दोस्ती करती है। इसके बाद उन्हें मुलाकात के बहाने रेस्तरां में बुलाती है। भोजन का ऑर्डर करने के बाद ठग सुंदरी वहां से फरार हो जाती है। ऐसे में उसके जाल में फंसे व्यक्ति को महज कुछ आईटम के लिए बिल के तौर पर 10 हजार रुपये से अधिक चुकाना पड़ता। रुपये नहीं देने पर लोगों को जान से मारने की धमकी दी जाती है। महानगर में सक्रिय एक ऐसे ही गिरोह का कोलकाता पुलिस के साइबर क्राइम थाने के अधिकारियों ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मामले में एक ठग सुंदरी सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों के नाम मरियम खातून और रानापति पासवास उर्फ अरुण पासवास हैं। पुलिस ने मरियम को बारुईपुर और रानापति को एल्गीन रोड से पकड़ा है। अभियुक्तों के पास से 3 पीओएस मशीन, चेकबुक और अन्य सामान बरामद किये गये हैं।
क्या है पूरा मामला
पुलिस के अनुसार हुगली के सिंगुर के रहनेवाले एक व्यक्ति ने कुछ दिनों पहले अपने साथ हुई ठगी की शिकायत दर्ज करायी थी। व्यक्ति ने अपनी शिकायत में बताया कि एक डेटिंग ऐप पर उसकी दोस्ती एक युवती से हुई थी। युवती ने उसे मिलने के लिए एल्गीन रोड के रेस्तरां में बुलाया। रेस्तरां में दोनों की मुलाकात हुई। बातचीत के दौरान युवती ने कई ऑर्डर दिये और फिर वॉशरूम जाने के बहाने वह वहां से फरार हो गयी। बाद में रेस्तरां के लोगों ने उसके पास से 10 हजार से अधिक रुपये वसूल लिये। रुपये नहीं देने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गयी। मामले की जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि शहर के कुछ रेस्टोरेंट्स ने आपराधिक साजिश रची और उसके अनुसार कुछ लड़कियों को काम पर रखा गया, जिन्हें बेईमानी और धोखाधड़ी से डेटिंग प्लेटफॉर्म पर फर्जी प्रोफाइल बनाना सिखाया गया। इसके बाद ये लड़कियां संभावित पीड़ितों को लुभाती थीं और इस तरह रेस्टोरेंट में मुलाकात की समय तय करती थीं। डेट पर पहुंचने पर पीड़ितों को पहले से तय रेस्टोरेंट में ले जाया जाता था, जहां ऑर्डर देने के बाद बढ़े हुए बिल बनाए जाते थे और लड़कियां चली जाती थीं और पीड़ितों को दस हजार तक की बढ़ी हुई बिल राशि का भुगतान करने के लिए मजबूर किया जाता था।
लड़कियों को ग्राहक फंसाने की ट्रेनिंग देते थे रेस्तरां मालिक और मैनेजर
जांच में पता चला कि रेस्टोरेंट/कैफे के मालिक और मैनेजर लड़कियों को डेटिंग ऐप्स पर अकाउंट/प्रोफाइल बनाने और भोले-भाले ग्राहकों की पहचान करने का प्रशिक्षण देते थे। लड़कियां विभिन्न डेटिंग ऐप्स पर फर्जी प्रोफाइल बनाती थीं और पीड़ितों को रेस्टोरेंट में लुभाती थीं, जहां उनसे बहुत ज्यादा बिल वसूले जाते थे। अगर कोई विरोध करता था, तो उसे मौत का डर दिखाया जाता था और बढ़ी हुई राशि जबरन वसूली जाती थी। जांच के एक हिस्से के रूप में शुक्रवार को बारुईपुर क्षेत्र में छापेमारी की गई और मरियम खातून को गिरफ्तार किया गया। उसके बयान के अनुसार भवानीपुर के एल्गिन रोड स्थित एक कैफे व लाउंज में भी छापेमारी की गई। यहां से रेस्तरां के मैनेजर को गिरफ्तार किया गया। फिलहाल पुलिस अभियुक्तों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।