

रामबालक, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : गंगासागर मेला परिसर को स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के उद्देश्य से एक विशेष सफाई एवं जागरूकता अभियान चलाया गया। यह अभियान सागर मेला ग्राउंड स्थित के-वन बस स्टैंड से शुरू किया गया। गंगासागर जैसे विशाल धार्मिक आयोजन में स्वच्छता बनाए रखने के लिए गंगासागर विकास प्राधिकरण (जीबीडीए) की ओर से यह एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है। इस अभियान के तहत मेला परिसर में आने वाले तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने के लिए जागरूक किया गया। स्वच्छता कर्मियों और स्वयंसेवकों ने लोगों से अपील की कि वे कचरा इधर-उधर न फेंकें और पर्यावरण संरक्षण में सहयोग करें। विशेष रूप से सिंगल यूज प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी गई और इसके विकल्प अपनाने पर जोर दिया गया। जीबीडीए के कार्यकारी अधिकारी नीलांजन तरफदार ने इस मौके पर कहा कि गंगासागर मेला को “क्लीन एंड ग्रीन” बनाना प्रशासन का प्रमुख लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि इसी उद्देश्य से यह अभियान शुरू किया गया है और पूरे मेला अवधि के दौरान स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि “सागर प्रहरी” की टीम दिन-रात मेला परिसर की निगरानी करेगी और साफ-सफाई सुनिश्चित करेगी।
इस वर्ष कुम्भ मेला नहीं होने के कारण गंगासागर में श्रद्धालुओं की संख्या पहले से ही बढ़ने लगी है। बड़ी संख्या में लोग गंगा सागर में पुण्य स्नान कर अपने-अपने घर लौट रहे हैं। प्रशासन को अनुमान है कि मेला शुरू होते ही श्रद्धालुओं की संख्या में और इजाफा होगा, ऐसे में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है।
जानकारी के अनुसार, इस वर्ष गंगासागर मेला का औपचारिक उद्घाटन 8 जनवरी को किया जाएगा। वहीं, 5 जनवरी को राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गंगासागर पहुंचेंगी और मेले की तैयारियों को लेकर एक समीक्षा बैठक करेंगी। मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। प्रशासन को उम्मीद है कि इस सफाई अभियान और जनजागरूकता के जरिए गंगासागर मेला को स्वच्छ, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल बनाया जा सकेगा।