ऑर्फेनगंज मार्केट : 36 घंटे बाद भी दुकानों से निकल रहा था धुआं, फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने नमूना किया संग्रह

जली हुई दुकानों की राख में आशा की किरण खोजते नजर आये दुकानदार
ऑर्फेनगंज मार्केट : 36 घंटे बाद भी दुकानों से निकल रहा था धुआं, फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने नमूना किया संग्रह
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कोलकाता : रविवार की देर रात ऑर्फेनगंज मार्केट लगी आग की घटना के 36 घंटे बाद भी मार्केट की दुकानों से धुआं निकलता हुआ नजर आया। मंगलवार को दोपहर तक मार्केट की कई दुकानों से धुआं निकल रहा था। इस दौरान दमकल कर्मी वहां पानी डालकर कूलिंग डाउन प्रोसेस चला रहे थे। आग सेे मार्केट की दुकानें जल जाने के बाद वहां सिर्फ मलबा और राख पड़ा है। चारों तरफ टूटे हुए लोहे के शेड और राख हैं। ऐसे में अपनी दुकान की राख के बीच कई दुकानदार आशा की किरण तलाशते नजर आये। कई दुकानदार अपनी दुकान में फैली राख से जले हुए सिक्के निकाल रहे थे। इस दौरान कई दुकानदार अपने बचे सामान को भी बाहर निकालकर उसे सुरक्षित जगह रख रहे थे। दुकानदारों को अपने भविष्य की चिंता सता रही है। जली हुई दुकानों के खंडहर और राख के ढेर चारों ओर बिखरे पड़े हैं। कई व्यापारी इसके बीच में महत्वपूर्ण चीजें खोजने की कोशिश कर रहे हैं। मक्खन और मसाले की रेक को देखकर आप उन्हें पहचान नहीं सकते। वहां अब बस राख के ढेर हैं। मार्केट का अधिकांश एक खंडहर में तब्दील हो गया है। इस बीच मंगलवार की दोपहर कोलकाता पुलिस के फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने घटनास्थल से नमूना संग्रह किया। आग के कारणों का पता लगना के लिए मार्केट के प्रभावित हिस्से के विभिन्न स्थानों से फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने नमूना संग्रह किया। फॉरेंसिक सूत्रों के अनुसार प्राथमिक तौर पर अनुमान लगाया गया है कि वहां आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी। मार्केट में लगी आग की घटना को लेकर किसी प्रकार की शिकायत नहीं दर्ज करायी गयी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही मामले की जांच की जाएगी।

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