

कोलकाता : बड़ाबाजार के पगैया पट्टी में कैसर पीड़ित एक महिला दुकानदार ने शैलेश मिश्रा और उसके साथियों पर जबरन 8 लाख रुपये मांगने और धमकी देने का आरोप लगाया है। महिला दुकानदार मनीषा ग्रोवर की शिकायत पर बड़ाबाजार थाने की पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की है। आरोप है कि अभियुक्तों के महिला दुकानदार की दुकान पर आकर धमकी देने का वीडियो भी उनके सीसीटीवी कैमरे में कैद है।
क्या है पूरा मामला
बड़ाबजार के पगैया पट्टी में दुकान चलाने वाली महिला मनीषा ग्रोवर ने अपनी शिकायत में बताया कि उनके पति की दस महीने पहले मौत हो गई थी, जिसके बाद वह अपने बेटे मयंक ग्रोवर के साथ दुकान चला रही हैं। मनीषा ग्रोवर कैंसर का इलाज भी करा रही हैं और परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है।
शिकायत के अनुसार, 3 दिसंबर 2025 को दोपहर करीब 2 बजे सलमान सिद्दीकी नाम का एक व्यक्ति 6-7 अन्य लोगों के साथ उनकी दुकान पर आया। उन्होंने मयंक ग्रोवर को अपने साथ चलने को कहा, क्योंकि एक ‘नेता’ किसी शिकायत के संबंध में बात करना चाहते थे। बाजार में हंगामा न हो और प्रतिष्ठा को नुकसान न पहुंचे, इसलिए मयंक उनके साथ चले गए। मयंक को शैलेश मिश्रा नाम के व्यक्ति के पास ले जाया गया, जिन्होंने धमकी भरे लहजे में बात शुरू की। शैलेश मिश्रा ने ललिता झंवर नाम की एक महिला के नाम पर 8 लाख रुपये की मांग की, जो परिवार के लिए पूरी तरह अजनबी हैं। मयंक ने बताया कि पैसे नहीं देने पर दुकान जबरन बंद कराने और नुकसान पहुंचाने की धमकी दी गई। इस दौरान आरोपितों ने मयंक के जेब से जबरन 20 हजार रुपये निकाल लिए, जिन्हें 'विजिट फीस' बताया गया। शेष राशि जल्द नहीं देने पर फिर से दुकान बंद करने और परिवार को नुकसान पहुंचाने की चेतावनी दी गई। मनीषा ग्रोवर ने स्पष्ट किया कि न तो उनके दिवंगत पति, न ही वे खुद या उनका बेटा ललिता झंवर या शैलेश मिश्रा से किसी वित्तीय लेन-देन में शामिल रहे हैं। परिवार पहले से ही मनीषा की बीमारी, बढ़ते चिकित्सा खर्च और घटते कारोबार से परेशान है। उन्होंने इस घटना को राजनीतिक नामों का दुरुपयोग बताते हुए आपराधिक धमकी, जबरन वसूली और गैरकानूनी दबाव का मामला करार दिया। महिला ने खुद और बेटे की जान को खतरा बताते हुए पुलिस से सुरक्षा की मांग की है। शिकायत में मनीषा ने मांग की है कि शैलेश मिश्रा, सलमान सिद्दीकी और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ गहन जांच की जाए।
उन्हें और उनके बेटे को सुरक्षा प्रदान की जाए, क्योंकि प्रतिशोध का डर है। पुलिस अधिकारियों ने शिकायत मिलने की पुष्टि की है और जांच शुरू करने की बात कही है।