

कोलकाता : महानगर में खुद को पुलिस अधिकारी बताकर एक स्वर्ण व्यवसायी से 15 किलो चांदी लूट लिया गया। घटना मानिकतल्ला थानांतर्गत दुर्गापुर ब्रिज के निकट की है। हालांकि, स्थानीय लोगों की तत्परता से गिरोह के एक सदस्य को रंगेहाथ पकड़ लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम मकसूद अली सरदार है। वह उत्तर 24 परगना के मेटिया का रहनेवाला है। पुलिस ने रविवार को अभियुक्त को अदालत में पेश किया, जहां से उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस के अनुसार, यह घटना शनिवार रात की है। उत्तर 24 परगना के लाउहाटी इलाके के स्वर्ण व्यवसायी रिजवान गाजी गरनहाटा की एक दुकान से 15 किलो चांदी खरीदकर बीके पाल एवेन्यू पहुंचे थे। वहां से वह बस लेकर उल्टाडांगा की ओर जा रहे थे। इसी बीच बस में कुछ युवकों ने उन्हें घेर लिया और खुद को पुलिस अधिकारी बताया। आरोपियों ने कहा कि रिजवान अवैध तरीके से चांदी लेकर जा रहे हैं और दस्तावेज दिखाने को कहा। रिजवान ने बताया कि उसके पास दस्तावेज हैं, फिर भी आरोपियों ने उन पर हमला किया और जबरन बस से उतार लिया। मानिकतल्ला के दुर्गापुर ब्रिज के पास वे लोग रिजवान के साथ घूमने लगे और चांदी का बैग जब्त करने का दावा किया। रिजवान ने कहा कि वह थाना जाकर बैग जमा कराएगा, लेकिन आरोपियों ने उसका रंग बदलते हुए बैग लूटना शुरू कर दिया। तब व्यवसायी को समझ में आया कि ये पुलिस नहीं, बल्कि लुटेरे हैं। वह चिल्लाया, जिससे कुछ लुटेरे बैग लेकर भाग गए। रिजवान ने मकसूद अली सरदार को पकड़ लिया, जो भागने की कोशिश कर रहा था। उसकी चिल्लाहट पर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और मकसूद को पकड़ने में मदद की। पुलिस को सूचना मिलते ही मानिकतला थाने की टीम मौके पर पहुंची और मकसूद को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में मकसूद ने बताया कि वह मेटिया का रहने वाला है और यह गिरोह कोलकाता और आसपास के इलाकों में सक्रिय है। पुलिस अब बाकी गिरोह के सदस्यों की तलाश कर रही है और लूटी गई चांदी बरामद करने की कोशिश कर रही है।