कोलकाता: ईस्टर्न इंडिया मोटरिंग ग्रुप (EIMG) कॉनकोर्स डी एलिगेंस 2024 शहर में बड़े उत्साह के साथ आयोजित किया गया। लेक क्लब में आयोजित इस शो में 100 से अधिक विंटेज, क्लासिक और भारतीय हेरिटेज कारों और दोपहिया वाहनों को रखा गया था।
क्लब के सदस्य और कार प्रेमी दोनों पुरानी सुंदरियों की सुंदरता, भव्यता और त्रुटिहीन रखरखाव की सराहना करने के लिए कार्यक्रम स्थल पर एकत्र हुए। विंटेज रोल्स रॉयस की 8 कारों ने शो में ग्लैमर और खूबसूरती बढ़ा दी। EIMG के क्यूरेटर श्रीवर्धन कनोरिया की चार रोल्स रॉयस, जिनमें से दो एक सदी से भी अधिक पुरानी हैं, उसने भारी भीड़ को आकर्षित किया। वे 1923 में बनी रोल्स रॉयस 20 एचपी और 1925 में बनी रोल्स रॉयस फैंटम I हैं, जबकि अन्य दो 99 साल पुरानी 1926 में बनी रोल्स रॉयस सिल्वर घोस्ट और 1938 में बनी रोल्स रॉयस 25/30 हैं। श्रीवर्धन कनोरिया ने कहा कि शो आयोजित करने का एकमात्र उद्देश्य मालिकों को अपनी बेशकीमती संपत्ति बनाए रखने के लिए प्रेरित करना है।
कनोरिया ने आगे कहा कि पुराने वाहनों के मालिक शो में आ रहे हैं और पुरस्कार जीत रहे हैं और यह उनके वाहनों को सर्वोत्तम तरीके से बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। आपको एक भी ऐसी कार नहीं मिलेगी जिसका उचित रखरखाव न किया गया हो। कनोरिया के मुताबिक ऐसे शो की वजह से कार मालिकों को अपने वाहनों की सर्वोत्तम तरीके से देखभाल करने के लिए अधिक उत्साह मिलता है। यह ध्यान रखना दिलचस्प है कि विंटेज और क्लासिक कारें युवा लोगों को अधिक आकर्षित कर रही हैं। जिनमें से कई के पास वाहन नहीं हैं, लेकिन वे नियमित रूप से शो में भाग लेते हैं और पुरानी कारों के बारे में ज्ञान अर्जित करते हैं। विंटेज कारें इतिहास का हिस्सा हैं और दुनिया भर में उनका सावधानीपूर्वक रखरखाव किया जाता है।
बता दें कि इस शो में शशि कनोरिया मेमोरियल ट्रॉफी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन श्री अविक नाहा के स्वामित्व वाली रोल्स रॉयस को मिला। शो की दूसरी संजय घोष मेमोरियल ट्रॉफी 1948 में श्री एसके लाहिरी के स्वामित्व वाली प्लायमाउथ डिलक्स को दी गई। इस कार का इस्तेमाल मशहूर गायक हेमंत मुखोपाध्याय कई सालों तक करते थे। इन दो ट्रॉफियों का नाम बंगाल के दो बेहतरीन कार रेस्टोरर्स शाही कनोरिया और संजय घोष के नाम पर रखा गया है। जिनकी कुछ साल पहले मृत्यु हो गई थी।
मोमेन साहब मेमोरियल ट्रॉफी, शो की तीसरी सर्वश्रेष्ठ ट्रॉफी फोर्ड वी8 के मालिक श्री राजीव घोष को मिली। प्रदर्शित सबसे पुरानी कार श्री राजीव घोष के स्वामित्व वाली स्टोवर थी। श्री सौरज्य प्रसाद मित्रा ने अपनी 1937 फोर्ड 7W 10 के लिए सर्वश्रेष्ठ रेस्टोरेशन का पुरस्कार जीता। श्री नितिन श्रेष्ठ ने अपनी 1937 एरियल मोटर साइकिल के लिए श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार जीता। कुल मिलाकर 38 पुरस्कार दिये गये। निर्णय श्री श्रीवर्धन कनोरिया और उनकी कॉनकोर्स रेस्टोरेशन टीम द्वारा किया गया था।