मिडलमैन प्रसन्न राय की 27.19 करोड़ की संपत्ति ईडी ने की जब्त

एसएससी भर्ती घोटाला
मिडलमैन प्रसन्न राय की 27.19 करोड़ की संपत्ति ईडी ने की जब्त
Published on

मुख्य बातें

चाय बागान और बंगले शामिल

सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : ईडी ने पश्चिम बंगाल सेंट्रल स्कूल सर्विस कमीशन (एसएससी) के ग्रुप सी और डी भर्ती घोटाले में कथित मिडलमैन प्रसन्न कुमार राय की 27.19 करोड़ रुपये की संपत्ति को अनंतिम रूप से जब्त किया है। जब्त की गई संपत्तियों में तीन चाय बागान, बंगले, कारखाने, मशीनरी और वाहन शामिल हैं। ये संपत्तियां प्रसन्न राय के स्वामित्व वाली तीन चाय कंपनियों - मेसर्स सैमसिंग ऑर्गेनिक टी प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स यांगटोंग ऑर्गेनिक टी प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स बामनडांगा टी एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर हैं।

घोटाले का विवरण : ईडी के अनुसार, यह संपत्तियां उन पैसों से खरीदी गई थीं, जो अयोग्य उम्मीदवारों से अवैध रूप से नौकरी दिलाने के नाम पर एकत्र किए गए थे। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा दर्ज दो FIRs की जांच में खुलासा हुआ कि कई अयोग्य, गैर-सूचीबद्ध और निचली रैंक वाले उम्मीदवारों को ग्रुप C और D के गैर-शिक्षण पदों पर नियुक्त किया गया, जिससे योग्य उम्मीदवारों का हक मारा गया। प्रसन्न राय पर आरोप: प्रसन्न राय पर आरोप है कि उन्होंने SSC भर्ती घोटाले में मिडलमैन के रूप में काम किया और हजारों उम्मीदवारों से सैकड़ों करोड़ रुपये इकट्ठा किए। ED ने बताया कि राय ने चंदन मंडल के साथ मिलकर इस घोटाले को अंजाम दिया, और दोनों वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं।

पहले भी हो चुकी है कार्रवाई : ED ने इस मामले में पहले भी 219.91 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। इसके अलावा, सहायक शिक्षक भर्ती घोटाले में 238.78 करोड़ रुपये और प्राथमिक शिक्षक भर्ती घोटाले में 151 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी। इस तरह, कोलकाता ED द्वारा भर्ती घोटालों में अब तक कुल 636.88 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला: सुप्रीम कोर्ट ने अप्रैल 2025 में अपने फैसले में SSC के माध्यम से की गई 25,000 से अधिक शिक्षण और गैर-शिक्षण नियुक्तियों को रद्द कर दिया, जिसमें कहा गया कि पूरी चयन प्रक्रिया "दूषित और अनुचित" थी।

प्रसन्न राय का इतिहास : पिछले साल जनवरी में सुप्रीम कोर्ट से CBI मामले में जमानत मिलने के बाद, राय को ED ने गिरफ्तार किया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने 2,081 उम्मीदवारों के लिए नौकरियां व्यवस्थित कीं, जिनमें से 1,135 कक्षा IX और X के लिए और 946 कक्षा XI और XII के लिए थीं। ED ने उनके न्यूटाउन स्थित बंगले और अन्य संपत्तियों पर छापेमारी कर 492 संपत्ति दस्तावेज जब्त किए थे।

वर्तमान स्थिति : ED की यह कार्रवाई पश्चिम बंगाल में शिक्षा क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ा कदम माना जा रहा है। जांच एजेंसी ने दावा किया कि प्रसन्न राय ने अपने कारोबार को मनी लॉन्ड्रिंग के लिए इस्तेमाल किया, जिसमें उत्तर बंगाल में चाय बागान और अन्य संपत्तियां शामिल हैं।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in