
मुख्य बातें
7 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : ईडी की टीम ने कोलकाता व नई दिल्ली में सात स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। यह कार्रवाई एक मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत की गई, जिसमें भोले-भाले निवेशकों को उच्च रिटर्न के झूठे वादों के साथ ऑनलाइन निवेश धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया था। तलाशी के दौरान, ईडी ने अपराध से प्राप्त आय (पीओसी) से जुड़े 203 बैंक खातों को फ्रीज किया और 12 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज जब्त किए। ईडी अभी सभी फ्रीज किए गए खातों के शेष राशि की जानकारी बैंकों से प्राप्त कर रहा है। अब तक 147 खातों में 4.5 करोड़ रुपये की राशि की पुष्टि हो चुकी है। इसके अलावा, तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस जैसे मोबाइल फोन, लैपटॉप आदि और वित्तीय लेनदेन का पता लगाने और अपराधियों के कार्यप्रणाली को उजागर करने में महत्वपूर्ण अन्य साक्ष्य बरामद किए गए।
4.5 लाख की नकदी भी बरामद
एक परिसर से 4.5 लाख रुपये की नकदी भी बरामद और जब्त की गई। ईडी ने पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी (एफआईआर) के आधार पर जांच शुरू की थी, जो विभिन्न निवेशकों की ऑनलाइन धोखाधड़ी की शिकायतों पर आधारित थी। आरोपियों ने निवेशकों को ऑनलाइन निवेश गतिविधियों से उच्च रिटर्न का लालच देकर फंसाया। निवेशकों को विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुपों में शामिल किया गया और अपराधियों द्वारा बनाए गए निवेश ऐप्स में मुनाफा दिखाया गया। जब निवेशक पैसे निकालने की कोशिश करते, तो उनसे पूंजीगत लाभ कर और अन्य विविध शुल्क के नाम पर अतिरिक्त राशि मांगी जाती। भोले-भाले निवेशक अतिरिक्त राशि का भुगतान करने के बावजूद अपनी निवेश राशि वापस नहीं पा सके। बैंक खातों के विश्लेषण से पता चला कि निवेशकों से एकत्र किए गए धन को कभी भी शेयर बाजार में निवेश नहीं किया गया, बल्कि इसे अन्य म्यूल खातों में स्थानांतरित (लेयरिंग) किया गया।