सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : श्राची स्पोर्ट्स की एक शाखा ई-एथलीड ने ‘महागुरु का मास्टरक्लास’ लॉन्च किया है। यह एक अत्याधुनिक डिजिटल क्रिकेट कोचिंग श्रृंखला है, जो उभरते क्रिकेटरों और कोचों को उच्च गुणवत्ता वाली ट्रेनिंग प्रदान करने के लिए बनाई गई है। इस एक्सपर्ट-लीड ट्यूटोरियल सीरीज को पूर्व विश्व कप विजेता भारतीय क्रिकेटर संदीप पाटिल के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है और इसे नेशनल क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के दिशा-निर्देशों के अनुरूप तैयार किया गया है। कोलकाता में श्राची हेड ऑफिस में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में इसका अनावरण किया गया, जहां संदीप पाटिल, दिनेश नानावटी और गौतम शौम जैसे दिग्गज क्रिकेटर और कोच उपस्थित रहे।
कोर्स की विशेषताएं :
• 10 एपिसोड बल्लेबाजी पर, कोच दिनेश नानावटी द्वारा
• 4 एपिसोड विकेटकीपिंग पर, कोच दिनेश नानावटी द्वारा
• 4 एपिसोड गेंदबाजी और फील्डिंग पर, कोच गौतम शौम द्वारा
• 2 एपिसोड फिटनेस ट्रेनिंग पर, फिटनेस वैज्ञानिक राहुल पाटवर्धन द्वारा
संदीप पाटिल का बयान :
लॉन्च इवेंट में बोलते हुए संदीप पाटिल ने भारत में संरचित क्रिकेट कोचिंग की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “भारत में क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक जुनून है, लेकिन कोचिंग प्रणाली अब भी सुव्यवस्थित नहीं है। केवल कुछ ही कोच प्रमाणित होते हैं। एनसीए द्वारा कोचों के लिए सालभर में सिर्फ कुछ ही ट्रेनिंग कैंप आयोजित किए जाते हैं, जिनमें हर राज्य से केवल 3-5 कोच ही शामिल हो सकते हैं। श्राची स्पोर्ट्स के सीईओ अयन बनर्जी ने कहा इस पहल के जरिए हम हजारों कोचों को उसी स्तर की ट्रेनिंग दे सकते हैं, जिससे भारत और विशेष रूप से पश्चिम बंगाल में क्रिकेट कोचिंग का स्तर बेहतर होगा। इसके अलावा, जहां शीर्ष स्तर के खिलाड़ियों को विशेषज्ञ मार्गदर्शन मिलता है, वहीं जमीनी स्तर पर युवा क्रिकेटरों को सही कोचिंग नहीं मिल पाती। जब तक वे उन्नत स्तर पर पहुंचते हैं, तकनीकी खामियां उनकी प्रगति में बाधा बन जाती हैं। ‘महागुरु का मास्टरक्लास’ इसी अंतर को पाटने के लिए बना है, ताकि उभरते क्रिकेटरों को संरचित और प्रमाणित कोचिंग मिल सके।”
दिनेश नानावटी का बयान :
प्रसिद्ध क्रिकेट कोच दिनेश नानावटी ने कहा, “भारत में कई माता-पिता अपने बच्चों के क्रिकेट प्रशिक्षण पर भारी समय और पैसा खर्च करते हैं, लेकिन अकादमियों में कोचिंग की गुणवत्ता असंगत होती है। क्या युवा क्रिकेटर सही तकनीक सीख रहे हैं? क्या उनके कोच प्रमाणित हैं? यह डिजिटल कोचिंग श्रृंखला इन महत्वपूर्ण सवालों का समाधान करती है और भारतीय क्रिकेट कोचिंग के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है।”