कोलकाता के हर वार्ड की पेयजल व्यवस्था डिजिटल मैप पर होगी दर्ज

पारदर्शिता और निगरानी व्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा
एमएमआईसी तारक सिंह
एमएमआईसी तारक सिंह
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सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : नागरिक सेवाओं में पारदर्शिता और दक्षता लाने के उद्देश्य से कोलकाता नगर निगम (केएमसी) एक नई डिजिटल पहल के तहत महानगर की पेयजल आपूर्ति व्यवस्था को डिजिटल मैप पर लाने की तैयारी में जुटा है। इस परियोजना का नेतृत्व जल निकासी विभाग के मेयर परिषद सदस्य तारक सिंह कर रहे हैं। परियोजना के तहत केएमसी के अधीन सभी 144 वार्डों की जलापूर्ति संरचना जैसे अंडरग्राउंड पाइपलाइनों की स्थिति, जल वाल्व की लोकेशन, टैप की संख्या और स्थिति के साथ ही पानी के उपभोग और क्षति का विवरण डिजिटल मैप पर दर्शाया जाएगा। अब तक 6 बोरो में आने वाले 52 वार्डों की पूरी जानकारी मैप पर अंकित की जा चुकी है। परियोजना के पूरा होते ही इसे सभी बोरो कार्यालयों को सौंपा जाएगा, जिससे जल प्रबंधन कार्यों में निर्णय लेना और त्वरित कार्रवाई करना आसान हो सकेगा।

बोरो अधिकारियों के लिए होगी सुविधा

डिजिटल मैप की सहायता से प्रत्येक बोरो के अधिकारी अपने क्षेत्र में पेयजल की आपूर्ति प्रणाली की वास्तविक स्थिति जान सकेंगे। वे यह भी देख पाएंगे कि किस इलाके में कितनी मात्रा में जल आपूर्ति हो रही है, कितनी खपत हो रही है और कहां पानी का नुकसान हो रहा है। इस डेटा के विश्लेषण से कमजोर बिंदुओं की पहचान कर जल संरक्षण और मरम्मत योजनाएं बनाई जा सकेंगी।

भविष्य में जल नीति निर्माण में सहायक

एमएमआईसी तारक सिंह ने बताया कि डिजिटल मैप भविष्य में जल संकट से निपटने के लिए एक प्रभावी उपकरण साबित हो सकता है, जो न केवल प्रशासनिक कार्य को आसान बनाएगा, बल्कि जनता की भागीदारी और जागरुकता को भी बढ़ावा देगा। इस डिजिटल मैपिंग का उद्देश्य न केवल बेहतर निगरानी व्यवस्था विकसित करना है, बल्कि भविष्य की जल नीति को वैज्ञानिक आधार प्रदान करना भी है। पानी की बर्बादी को रोकना, आपूर्ति संतुलन बनाए रखना और आवश्यकता के अनुसार विस्तार की योजना तैयार करना भी इस पहल के प्रमुख लक्ष्य हैं।

जनता को भी मिलेगा लाभ

विशेष बात यह है कि इस डिजिटल मैप को केएमसी की आधिकारिक वेबसाइट पर भी अपलोड किया जाएगा। इससे आम नागरिक अपने वार्ड की पेयजल आपूर्ति व्यवस्था की स्थिति को ऑनलाइन देख सकेंगे। इससे नागरिकों में पारदर्शिता बढ़ेगी और शिकायतों के समाधान में भी मदद मिलेगी।

एक नजर में डिजिटल पेयजल मैप की प्रमुख विशेषताएं

* प्रत्येक वार्ड की पेयजल संरचना का विस्तृत विवरण

* पाइपलाइन, टैप, वाल्व की लोकेशन और संख्या

* पानी की आपूर्ति बनाम खपत का तुलनात्मक आंकड़ा

* पानी की बर्बादी की पहचान और रोकथाम के उपाय

* बोरो अधिकारियों के लिए त्वरित निर्णय में सहायता

* नागरिकों के लिए सार्वजनिक जानकारी का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म

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