डॉक्टर का मोबाइल चोरी होने के बाद अकाउंट से गायब हुए 2.70 लाख
कोलकाता : एसएसकेएम अस्पताल में तैनात और जादवपुर में रहने वाला 31 वर्षीय एक डॉक्टर उस समय साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो गया, जब उसके एसएसकेएम छात्रावास के कमरे से उसका फोन कथित तौर पर चोरी हो गया। इस प्रक्रिया में पीड़ित सौरदीप दास को करीब 2.7 लाख रुपये का नुकसान हुआ। साइबर धोखाधड़ी के शिकार एसएसकेएम अस्पताल में कार्डियोलॉजी के तीसरे वर्ष के छात्र सौरदीप दास ने घटना की शिकायत दर्ज करायी है। पीड़ित डॉक्टर के पिता एक सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी हैं, जबकि उसकी मां जोगोमाया देवी कॉलेज में राजनीति विज्ञान की एसोसिएट प्रोफेसर हैं। छात्र ने बताया कि वह एक दोस्त की शादी में शामिल होने के लिए दुर्गापुर गया था। अपने छात्रावास में वापस आने के बाद 23 अप्रैल को पता चला कि उसका मोबाइल जिसमें दो अलग-अलग सिम थे, गायब हो गया है। छात्र ने भवानीपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
उन्होंने बताया कि अगले दिन उसके पिता को मेरे नंबर से एक कॉल आया और कॉल करने वाले ने उसे दुर्गापुर आकर फोन लेने के लिए कहा। मैंने दूरसंचार सेवा प्रदाता से संपर्क किया और पूछा कि मेरा ब्लॉक किया गया सिम कैसे चालू हो गया। चूंकि मेरा आधार नंबर और पता चोरी हुए फोन में सेव था, इसलिए आरोपित ने मेरी व्यक्तिगत जानकारी की मदद से सेवा ऑपरेटर से इसे अनब्लॉक करवा लिया। 24 अप्रैल को दास ने उसी नंबर पर डुप्लीकेट सिम लिया और शाम तक उसे एक्टिवेट भी करा लिया। उन्होंने बताया, वह उस दिन ऑपरेशन थियेटर में ड्यूटी पर थे, जब नया सिम एक्टिवेट हुआ था। ऑपरेशन थियेटर से बाहर आने के बाद अपना फोन चेक किया और एक मैसेज पढ़ा, जिसमें बताया गया था कि उसके एक खाते से झारखंड स्टेट बेवरेज कॉरपोरेशन के नाम पर 6,000 रुपये कट गये हैं। संदेह होने पर मैंने अपने दूसरे खातों की जांच की और पाया कि उसके बैंक अकाउंट से एक बड़ा हिस्सा निकाल लिया गया है।

