सेन्ट्रल पार्क में दीपावली महोत्सव मनाने की तैयारी जोरों पर

वाराणसी की विश्व विख्यात देव दीपावली की तर्ज पर होगा आयोजन, संगीतमय आतिशबाजी विशेष आकर्षण, भक्तिभाव पूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम
सेन्ट्रल पार्क में दीपावली महोत्सव मनाने की तैयारी जोरों पर
Published on

सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : मारवाड़ी संस्कृति मंच द्वारा प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी छोटी दीपावली के दिन 19 अक्टूबर, रविवार को साल्टलेक स्थित सेन्ट्रल पार्क में दीपावली महोत्सव मनाने की तैयारी जोरों पर है। देवाधिदेव महादेव की नगरी वाराणसी की विश्वविख्यात देव दीपावली की तर्ज पर इस वर्ष अनुपम श्रृंगार और सिद्धहस्त कलाकारों द्वारा मनोरम सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ इसे विशेष तरीके से पेश करने की परिकल्पना की गई है।

चौबीस फीट की भव्य महालक्ष्मी प्रतिमा

पश्चिम बंगाल के नामचीन कलाकारों द्वारा निर्मित चौबीस फीट की भव्य महालक्ष्मी प्रतिमा का पूजन-अर्चन एवं सैकड़ों महिलाओं द्वारा सामूहिक महाआरती के साथ दीपावली महोत्सव प्रीति मिलन मंच का एक ऐसा अनूठा आयोजन है जिसका लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं। इस आयोजन की पूरे देश में चर्चा होती है। सभी उम्र के लोगों की भागीदारी वाला यह आयोजन पारिवारिक - सामाजिक एकता और आत्मीयता का नायाब उदाहरण है।

संस्था के अधिकारियों ने यह कहा

मंच के संस्थापक अध्यक्ष ललित प्रहलादका, चेयरमैन ललित बेरीवाला एवं अध्यक्ष अशोक तोदी ने अपने संयुक्त वक्तव्य में यह जानकारी देते हुए कहा कि मंच का उद्देश्य सामाजिक - सांस्कृतिक - साहित्यिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करना एवं युवा पीढ़ी को शामिल कर उनके मन में परंपराओं और आस्थाओं के प्रति आकर्षण पैदा करना है। इस अवसर पर संगीतमय कलात्मक रंग-बिरंगे आतिशबाजी का आनंद लेने के लिए लोग लालायित रहते हैं। युवाओं को भी इस अवसर का इंतजार रहता है। गीत-संगीत-नृत्य के संग सुरूचिपूर्ण भोजन इस अनुष्ठान का विशेष आकर्षण होता है।

मंच के उप-चेयरमैन अरुण भुवालका, सचिव विकास पोद्दार, उपाध्यक्ष रमेश बागला, संजय अग्रवाल, आदित्य मूंधड़ा, दीपक संघई, दिनेश संचेती, कोषाध्यक्ष महावीर बंका, संयुक्त सचिव लक्ष्मण अग्रवाल, स्वागत समिति के चेयरमैन दीपू शर्मा, मुख्य संयोजक अंजनी धानुका सहित अन्य पदाधिकारी अपनी टीम के साथ व्यवस्था को बेहतरीन बनाने में जुट गए हैं।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in