

सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राम शरद कोठारी स्मृति संघ, कोलकाता के तत्वाधान में श्रीराम जन्मभूमि कारसेवा आंदोलन अयोध्या, 1990 में अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले वीर राम कुमार कोठारी एवं शरद कुमार कोठारी की स्मृति में, "राम शरद कोठारी प्रतिभा सम्मान – 2025" का आयोजन किया। रथींद्र मंच प्रेक्षागृह में वरिष्ठ आयकर सलाहकार सज्जन कुमार तुलस्यान की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम में कला क्षेत्र के लिए राष्ट्रीय युवा पुरस्कार प्राप्त ‘पद्मश्री’ रेत शिल्पकार सुदर्शन पटनायक, पर्यावरण क्षेत्र से वनों के संरक्षण हेतु सक्रिय बिनय दास एव "वीर माता सुमित्रा देवी कोठारी पुरस्कार" अक्षया देवी माहेश्वरी (बलिदानी कार सेवक अविनाश माहेश्वरी की माता श्री) को सम्मानित किया गया।
भारत माता एवं हुतात्मा राम शरद कोठारी को पुष्पांजलि अर्पण कर कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ, तदुपरांत प्रभात जैन द्वारा भक्ति गीतों की सुरम्य प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह रामदत्त चक्रधर ने अपने वक्तव्य में कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम जन जन के हृदय में बसे हैं। वास्तव में श्री राम सारे देश को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण कड़ी है। आज अयोध्या सारे देश के नक्शे में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। संस्कृत सूक्ति " हिंदुव सोदरा सर्वे, न हिन्दू पतितो भवेत" के माध्यम से स्वयंसेवकों को बताया कि हमे "स्व" के भाव को जागृत करना होगा और संघ शताब्दी वर्ष पर ‘पंचपरिवर्तन’ अपने घर से प्रारम्भ करना होगा। प्रधान अतिथि जयदीप चितलांगिया ने कहा कि जब बात संस्कृति, बलिदान एवं न्याय की हो तो हमें अडिग रहना चाहिए।
सज्जन कुमार तुलस्यान ने कहा कि यह सम्मान अयोध्या के हुतात्माओं की स्मृति को चिरंजीवी बनाने का प्रयास है। कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ( लाला) का कुशल मार्गदर्शन एवं पंकज चौधरी, प्रदीप अग्रवाल, रोहित शर्मा, विशाल बागला, आनंद जायसवाल, संदीप जैन, वीरेंद्र मोदी, राकेश रावत, सचिन गुप्ता, सर्वेश राय, भागीरथ सारस्वत, गंगा सागर प्रजापति, राजकुमार भाला, अभिषेक बजाज, पवन गुप्ता, संजीव जाजोदिया, रेणुका शर्मा, पूनम गोंड, राजलक्ष्मी राठी आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम में हुतात्मा राम शरद कोठारी की बहन पूर्णिमा कोठारी विशेष रूप से उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन संजय मंडल ने किया। संस्था का परिचय रजत चतुर्वेदी ने एवं धन्यवाद ज्ञापन अनीता बुबना ने दिया।