पीठ पर हाथ देने से असहज हुए थे मेस्सी

शताद्रु ने पूछताछ के दौरान जांच अधिकारियों के समक्ष किया खुलासा
फाइल फोटो
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भारत दौरे के लिए मेस्सी को दिया 89 करोड़, टैक्स के तौर पर केन्द्र को दिया 11 करोड़

दीपक, सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : युवा भारती स्टेडियम में स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेस्सी के कार्यक्रम के दौरान अव्यवस्था क्यों हुई, इस सवाल पर अब शताद्रु दत्ता ने जांचकर्ताओं के सामने कई चौंकाने वाले दावे किए हैं। शुक्रवार की रात और शनिवार को लगातार चली पूछताछ में उन्होंने कार्यक्रम की योजना, सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण को लेकर कई अहम जानकारियां दीं। सूत्रों के अनुसार, शताद्रु दत्ता ने जांच अधिकारियों को बताया कि मेस्सी को भीड़ में लोगों द्वारा पीठ पर हाथ लगाना या गले लगने की कोशिश बिल्कुल पसंद नहीं थी। यह बात विदेश से आए उनके निजी सुरक्षा अधिकारियों ने पहले ही आयोजकों को बता दी थी। बार-बार अनाउंसमेंट किए जाने के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हुआ।

पूछताछ के दौरान सबसे बड़ा सवाल यह उठा कि इतनी बड़ी संख्या में लोग मैदान तक कैसे पहुंच गए। इस पर शताद्रु दत्ता ने दावा किया कि शुरुआत में केवल 150 लोगों को ही ग्राउंड एक्सेस पास जारी किए गए थे, लेकिन बाद में प्रभावशाली व्यक्तियों के दबाव में इस संख्या को तीन गुना बढ़ाना पड़ा। उनके अनुसार, इसी वजह से मैदान के भीतर जरूरत से ज्यादा भीड़ जमा हो गई।

30 प्रतिशत टिकट बिक्री और 30 प्रतिशत रुपये स्पांसर से आये

आर्थिक लेनदेन को लेकर भी शताद्रु दत्ता ने विस्तृत जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार शताद्रु ने बताया कि मेस्सी के भारत दौरे पर कुल 89 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। इसके अलावा 11 करोड़ रुपये भारत सरकार को टैक्स के रूप में दिए गए यानी पूरे आयोजन पर कुल मिलाकर लगभग 100 करोड़ रुपये का खर्च हुआ। इस राशि में से करीब 30 प्रतिशत धनराशि प्रायोजकों से और लगभग 30 प्रतिशत टिकट बिक्री से जुटाई गई थी। शेष राशि अन्य स्रोतों से आने की बात उन्होंने कही। हालांकि, पूरे वित्तीय हिसाब-किताब को लेकर एसआईटी के अधिकारी गहराई से जांच कर रहे हैं।

पीठ पर हाथ देने से असहज हुए थे मेस्सी

जांच में यह भी सामने आया है कि मैदान में प्रवेश के बाद मेस्सी के शरीर और पीठ पर कई बार हाथ लगाने की घटनाएं हुईं, जिससे वह असहज हो गए। मेस्सी ने इसकी शिकायत अपने निजी सुरक्षा कर्मियों से की। सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत इसकी जानकारी शताद्रु दत्ता को दी, जिसके बाद हालात संभालने के लिए अनाउंसमेंट किए गए, लेकिन तब तक स्थिति नियंत्रण से बाहर जा चुकी थी। नतीजतन, डेढ़ घंटे के लिए तय कार्यक्रम महज 20 मिनट में ही समाप्त कर मेस्सी मैदान छोड़कर चले गए। शताद्रु दत्ता ने जांचकर्ताओं को बताया कि मेस्सी के मैदान में प्रवेश से लेकर कार्यक्रम की अवधि तक के लिए पहले से जो फ्लोचार्ट तैयार किया गया था, मैदान में कदम रखते ही वह पूरी योजना विफल हो गई। इन तमाम जानकारियों के आधार पर एसआईटी ने पूरे आयोजन की योजना, सुरक्षा इंतजामों और प्रशासनिक निर्णयों को लेकर नए सिरे से जांच शुरू कर दी है।


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