

प्रसेनजीत, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : अगर कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रविवार से उत्तर बंगाल के चार दिवसीय दौरे पर रवाना हो सकती हैं। 10 दिनों के भीतर यह उनका दूसरा उत्तर बंगाल दौरा है। हालांकि राज्य सचिवालय 'नवान्न' की ओर से उनके दौरे को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गयी है, लेकिन प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, ममता बनर्जी रविवार को कोलकाता एयरपोर्ट से रवाना होकर अलीपुरदुआर स्थित हासीमारा एयरबेस पर उतरेंगी। इसके बाद वे सड़क मार्ग से जलपाईगुड़ी और अलीपुरदुआर के बाढ़ प्रभावित इलाके में स्थानीय हालात का जायजा लेंगी।
बाढ़ राहत बैठक और पहाड़ी इलाकों के हालात की समीक्षा करेंगी
अलीपुरदुआर में बाढ़ राहत और पुनर्वास को लेकर एक उच्चस्तरीय प्रशासनिक बैठक भी हो सकती है, जिसमें मुख्यमंत्री अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश देंगी। उस दिन वे 'मलंगी' में रुक सकती हैं या 'उत्तर कन्या' सिलीगुड़ी में आने की अधिक संभावना है, जिस पर अभी निर्णय होना बाकी है। अगले दिन सोमवार को वे सीधे दार्जिलिंग के लिए रवाना होंगी। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य पहाड़ी क्षेत्रों में हाल की भारी बारिश और भूस्खलन से उत्पन्न संकट की समीक्षा करना और राहत कार्यों की निगरानी करना है।
डीवीसी के छोड़े पानी को बताया जिम्मेदार
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दार्जिलिंग से ही मिरिक और कलिम्पोंग में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेंगी। जानकारी के अनुसार, मिरिक के पीड़ितों के लिए कोलकाता से राहत सामग्री भी भेजी जा रही है। आपदा की घड़ी में जान जोखिम में डालकर सेवा देने वाले अग्निशमन कर्मियों, एसडीआरएफ के जवानों, पुलिस अधिकारियों, इंजीनियरों और डॉक्टरों को मुख्यमंत्री विशेष रूप से सम्मानित करेंगी। हाल ही में उत्तर बंगाल में आयी बाढ़ को लेकर मुख्यमंत्री ने डीवीसी द्वारा छोड़े गये पानी को जिम्मेदार ठहराया था।
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री जब सोमवार को दार्जिलिंग में राहत कार्यों की निगरानी कर रही होंगी, उसी दिन टीएमसी दवारा मैथन और पंचेत स्थित डीवीसी कार्यालयों के घेराव की योजना भी बनायी गयी है। राज्य सरकार की ओर से यह स्पष्ट संकेत है कि उत्तर बंगाल के हालात को लेकर गंभीरता के साथ त्वरित कदम उठाये जा रहे हैं और मुख्यमंत्री स्वयं इन पर नजर रख रही हैं। बुधवार को वे कोलकाता लौट सकती हैं।