

दीपक, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : ऑनलाइन गेमिंग की दुनिया अब सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं रह गई है, बल्कि यह साइबर अपराधियों के लिए नया शिकार का जरिया बन चुकी है। ठग अब बच्चों को गेमिंग के जरिए निशाना बना रहे हैं और उनकी मासूमियत का फायदा उठाकर वित्तीय व व्यक्तिगत नुकसान पहुंचा रहे हैं।
बैंकिंग डिटेल्स और पासवर्ड चोरी का खतरा
विशेषज्ञों के मुताबिक, ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें ठग बच्चों से दोस्ती कर उनके भरोसे का दुरुपयोग करते हैं। वे कभी इनाम जीतने का लालच देते हैं, तो कभी इन-गेम गिफ्ट या पेड आइटम के नाम पर पैसे या पर्सनल जानकारी मांग लेते हैं। यही नहीं, साइबर ठग बच्चों से दोस्ती कर उनकी निजी जानकारी और तस्वीरें मांग लेते हैं। इसके बाद शुरू कर देते हैं ठगी का असल कारोबार। कई बार वे फर्जी लिंक या ऐप भेजकर बच्चों के मोबाइल में मालवेयर इंस्टॉल कर देते हैं, जिससे बैंकिंग डिटेल्स और पासवर्ड चोरी हो जाते हैं। कुछ अपराधी गेम अकाउंट खरीदने या बेचने का बहाना बनाकर भी ठगी करते हैं।
ऑनलाइन ग्रूमिंग क्या है?
ऑनलाइन ग्रूमिंग तब होती है जब वयस्क दुर्व्यवहारकर्ता (या ग्रूमर) किसी बच्चे या युवा के साथ ऑनलाइन संबंध बनाते हैं ताकि वे उनका शोषण कर सकें। कुछ ग्रूमर एक व्यक्ति के साथ दोस्ताना और देखभाल करने में बहुत समय बिताते हैं, जबकि अन्य ज्यादा से ज्यादा बच्चों और युवाओं से संपर्क करने की कोशिश करते हैं, इस उम्मीद में कि कोई जवाब देगा।
ऑनलाइन लोग शायद वह नहीं हैं जो वे खुद के बारे में कहते हैं
एक ग्रूमर आपको धोखा देने के लिए नकली प्रोफाइल का इस्तेमाल कर सकता है और अपनी उम्र, रूप-रंग, लिंग और शौक के बारे में झूठ बोल सकता है—बस आपको पसंद करने और उन पर भरोसा दिलाने के लिए। लेकिन सभी ग्रूमर अपनी उम्र और पहचान के बारे में झूठ नहीं बोलते; कुछ कम उम्र के भी हो सकते हैं और मिलनसार व मजेदार लग सकते हैं। यह जानना बहुत मुश्किल हो सकता है कि किस पर भरोसा किया जाए, लेकिन कुछ संकेत हैं जिन पर ध्यान देना चाहिए :
आपका दोस्त होने का नाटक करना
आपको आभासी या वास्तविक उपहार देना
आपको वे काम करने के लिए मजबूर करना जो आप नहीं करना चाहते
सेक्स के बारे में बात करना
आपको नग्न (या लगभग नग्न) तस्वीरें या वीडियो साझा करने के लिए चुनौती देना।
एक सच्चा दोस्त कभी नहीं चाहेगा कि आपको असहज महसूस हो। अगर आप किसी से ऑनलाइन बात कर रहे हैं और वह सेक्स के बारे में बात करने लगे या आपसे नग्न तस्वीरें भेजने के लिए कहे, तो यह ठीक नहीं है; यह ऑनलाइन यौन शोषण है।
ठगी से बचने के उपाय
ऐसे मामलों से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि माता-पिता और बच्चे दोनों जागरूक रहें
बच्चों को सिखाना चाहिए कि ऑनलाइन गेम में किसी अजनबी को अपनी व्यक्तिगत जानकारी न दें और किसी भी लिंक या फाइल को बिना जांचे न खोलें।
इन-गेम खरीदारी पर पासवर्ड या पैरेंटल कंट्रोल जरूर लगाएं ताकि कोई अनजाने में पेमेंट न कर सके।
मजबूत पासवर्ड और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग करें।
बच्चों से भरोसे का रिश्ता बनाए रखें कि अगर कोई गेम में पैसे या निजी जानकारी मांगे तो वे तुरंत माता-पिता को बताएं।
नियमित रूप से गेमिंग ऐप्स और डिवाइस को अपडेट रखें तथा एंटी-मालवेयर सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें।