एयर इंडिया का ‘गुमशुदा’ विमान 13 साल बाद मिला

अब जाएगा ट्रेनिंग सेंटर, एयरपोर्ट पर खड़ा बोइंग B737-200 आखिरकार हटाया गया
एयर इंडिया का ‘गुमशुदा’ विमान 13 साल बाद मिला
Published on

नेहा, सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : एयर इंडिया का ‘गुमशुदा’ विमान 13 साल बाद मिला। गत 14 नवंबर को कोलकाता एयरपोर्ट पर 13 साल से अनुपयोगी पड़ा एक बोइंग B737-200 विमान आखिरकार ट्रैक्टर–ट्रेलर पर लादकर बेंगलुरु भेजा गया, जहां इसका उपयोग मेंटेनेंस इंजीनियरों के प्रशिक्षण के लिए किया जाएगा। पिछले पांच वर्षों में एयरपोर्ट से हटाई गई यह 14वीं निष्क्रिय विमान है। जिस जगह यह विमान खड़ा था, वहां अब एयरपोर्ट पर प्रस्तावित दो नए हैंगरों में से एक बनाया जाएगा।

यह थी खासियत

इस सामान्य-सी लगने वाली प्रक्रिया में दो बड़ी विचित्रताएं सामने आईं। पहली, एयर इंडिया को यह पता ही नहीं था कि यह विमान उनके बेड़े में मौजूद है। दूसरी, यह एकमात्र विमान था जिसे उसके प्रैट एंड व्हिटनी इंजन सहित बेचा गया। इससे पहले हटाए गए नौ विमान इंजन के बिना ही बेचे गए थे। एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने कर्मचारियों को भेजे अपने एक आंतरिक संदेश में खुलासा किया कि एयरलाइन को इस विमान की जानकारी तभी मिली जब कोलकाता एयरपोर्ट अधिकारियों ने उनकी ओर ध्यान आकर्षित कराया। उन्होंने लिखा “पुराने विमान का निपटारा होना असामान्य नहीं है, लेकिन यह इसलिए अलग है क्योंकि हमें पता ही नहीं था कि यह विमान अभी भी हमारे बेड़े का हिस्सा है!” विल्सन के मुताबिक, यह विमान तीन साल पहले हुए निजीकरण के दौरान कंपनी की लेजर और ‘कॉरपोरेट मेमोरी’ से गायब हो गया था।

विमान का ऐसा हुआ था इस्तेमाल

यह B737-200 (VT-EHH) सितंबर 1982 में इंडियन एयरलाइंस के बेड़े में शामिल हुआ था।

फरवरी 1998 में इसे अलायंस एयर को लीज पर दिया गया।

मार्च 2007 में यह वापस इंडियन एयरलाइंस में आया और कार्गो विमान के रूप में इस्तेमाल हुआ।

अगस्त 2007 में इंडियन एयरलाइंस के एयर इंडिया में विलय के बाद यह विमान एयर इंडिया में चला गया।

बाद में इसका उपयोग इंडिया पोस्ट द्वारा किया गया और साल 2012 में इसे सेवा से हटा दिया गया।

तब से यह कोलकाता एयरपोर्ट के दक्षिण-पूर्वी छोर पर खड़ा था।

एयर इंडिया ने इस विमान को बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड को बेच दिया है, जहां इसका उपयोग MRO (मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल) सुविधा में प्रशिक्षण के लिए किया जाएगा। इस 13 वर्ष पुराने पार्किंग के लिए एयरपोर्ट को करीब 1 करोड़ रुपये की वसूली भी एयर इंडिया से हुई। अन्य निष्क्रिय विमानों को निजी कंपनियों ने खरीदा है और उनके फ्यूजलाज को रेस्तरां के रूप में बदल दिया है। एयर इंडिया के इन 10 विमानों के अलावा एयरपोर्ट से चार और पुराने विमान हटाए गए, जिनमें एक डगलस DC-3 डकोटा भी शामिल है जिसे ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री बिजू पटनायक ने 1947 में पूर्व इंडोनेशियाई प्रधानमंत्री सुतन स्याहरिर और उपराष्ट्रपति मोहम्मद हत्ता को डच नाकाबंदी से बचाने के लिए उड़ाया था। उस विमान को ओडिशा ले जाकर भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर प्रदर्शित किया गया है।

एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, “फिलहाल कोलकाता एयरपोर्ट पर केवल दो ATR विमान निष्क्रिय पड़े हैं, जो सरकारी एयरलाइन अलायंस एयर के हैं।”

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in