

रामबालक, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : डिजिटल युग में जहां तकनीक लोगों की सुविधा बढ़ा रही है, वहीं साइबर अपराधी अपने हथकंडों में लगातार बदलाव कर नये-नये तरीकों से आम लोगों को निशाना बना रहे हैं। ताजा मामला डायमंड हार्बर पुलिस जिले के रवीद्रनगर निवासी परमेश्वर चौधरी के साथ हुआ, जो एक नामी निजी अस्पताल के डॉक्टर से अपॉइंटमेंट लेने के प्रयास में साइबर ठगी का शिकार हो गये। जानकारी के अनुसार, 20 अक्टूबर को परमेश्वर ने अपने परिजन के लिए कोलकाता के एक प्रतिष्ठित अस्पताल के डॉक्टर से समय लेने हेतु इंटरनेट पर संपर्क नंबर खोजा। सर्च इंजन पर मिले नंबर पर कॉल करने पर सामने वाले ने उन्हें ऑनलाइन फॉर्म भरने और मात्र 10 रुपये ट्रांजैक्शन करने की बात कही। जैसे ही परमेश्वर ने 10 रुपये टोकेन मनी रूप में भेजे, उनके बैंक खाते से लगभग 78 हजार रुपये उड़ा लिये गये। घटना के बाद उन्होंने तत्काल साइबर क्राइम थाने से संपर्क किया, जहां त्वरित कार्रवाई करते हुए पूरी राशि वापस दिलायी गयी। रकम वापस मिलने पर परमेश्वर ने डायमंड हार्बर साइबर क्राइम पुलिस की कार्यकुशलता की सराहना की।
डायमंड हार्बर पुलिस अधीक्षक का बयान
इस संदर्भ में डायमंड हार्बर के पुलिस अधीक्षक बिशप सरकार ने एसपी कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में बताया कि जिले में साइबर अपराध से प्रभावित 17 पीड़ितों को कुल 32.5 हजार रुपये लौटाये गये हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में लोगों को साइबर ठगी के बदलते तरीकों से सतर्क रहने की आवश्यकता है। एसपी ने अनजान व्यक्तियों के वीडियो कॉल, संदिग्ध लिंक, प्रलोभन भरे संदेशों और अज्ञात नंबरों पर भुगतान से बचने की अपील की। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध का शिकार होने पर पीड़ित जितनी जल्दी पुलिस या साइबर क्राइम थाने से संपर्क करेंगे, उतनी ही जल्दी उनके पैसे वापस दिलाये जा सकेंगे। पुलिस प्रशासन ने लोगों से जागरूक रहने और सावधानी को ही बचाव का सर्वोत्तम उपाय बताया।