

कोलकाता : ठंड के मौसम के दौरान सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी को देखते हुए पश्चिम बंगाल पुलिस ने विशेष ट्रैफिक अभियान चलाने का निर्णय लिया है। सरकारी आदेश के तहत राज्य के सभी पुलिस आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को ‘सेफ ड्राइव, सेव लाइफ’ अभियान के अंतर्गत कड़ी निगरानी, नियमित नाकेबंदी और रात के समय गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
दिन-रात नाकेबंदी और सख्त जांच
आदेश के अनुसार सभी ट्रैफिक इकाइयों को दिन और रात अलग-अलग समय पर नाके लगाने होंगे, विशेषकर सुबह-शाम के व्यस्त समय तथा पिकनिक और पर्यटन के दौरान। नाके ऐसे स्थानों पर लगाए जाएंगे जहां सीसीटीवी कैमरे मौजूद हों या लगाए जा सकें, ताकि हर गतिविधि रिकॉर्ड की जा सके। प्रत्येक नाके पर कम से कम दो पुलिसकर्मी बॉडी-कैमरा पहनकर तैनात रहेंगे और शराब पीकर वाहन चलाने, तेज रफ्तार व अन्य ट्रैफिक उल्लंघनों की सघन जांच की जाएगी। ट्रैफिक कर्मियों की सुरक्षा के लिए साइनेज, बैरिकेड, रेट्रो-रिफ्लेक्टिव टेप, ब्लिंकर और चमकदार जैकेट अनिवार्य किए गए हैं।
नाइट राउंड अधिकारियों की अहम भूमिका
रात की ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि नाके सामान्य ट्रैफिक से सुरक्षित स्थानों पर हों, कर्मी चमकदार जैकेट व हेलमेट पहनें और बैरिकेड सही ढंग से लगाए जाएं। कंट्रोल रूम सीधे नाइट राउंड अधिकारियों से ट्रैफिक अनुशासन की रिपोर्ट लेगा। साथ ही, वाहन चालकों की शराब सेवन, हेलमेट, कार्यशील हेडलाइट-टेललाइट, वाइपर आदि की जांच सही तरीके से हो रही है या नहीं, इसकी निगरानी भी की जाएगी। ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मियों को पानी, आराम और ड्यूटी समाप्ति के बाद सुरक्षित वापसी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
शराब, पिकनिक और दुर्घटना-संभावित स्थानों पर विशेष नजर
पिकनिक और त्योहारों के मौसम में शराब पीकर यात्रा करने और ओवरलोडिंग पर विशेष निगरानी रखने तथा उल्लंघन पर तुरंत कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। दुर्घटना-संभावित इलाकों की पहचान कर वहां अतिरिक्त मोबाइल पेट्रोलिंग तैनात की जाएगी, ताकि तेज रफ्तार पर नियंत्रण रखा जा सके। जिलाधिकारियों को जिला सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाकर पर्यटन स्थलों, पिकनिक स्पॉट और स्कूल-कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम चलाने की सलाह दी गई है।
स्कूल समय और शादी-समारोह में अतिरिक्त सतर्कता
स्कूलों के खुलने और बंद होने के समय प्रमुख चौराहों पर पर्याप्त ट्रैफिक पुलिस तैनात रहेगी, ताकि भीड़ और दबाव के कारण दुर्घटनाएं न हों। सर्दियों में शादी-समारोहों और देर रात कार्यक्रमों के दौरान शराब पीकर वाहन चलाने की आशंका को देखते हुए थानों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने और सुरक्षा मानकों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।