उच्च माध्यमिक को किया जायेगा डिजिटलाइजेशन
उच्च माध्यमिक परीक्षा प्रणाली को डिजिटलाइज करने पर जोर दिया जा रहा है। पहले परीक्षा के पेपर जांचने वाले टेबुलेशन शीट पर नंबर बैठाकर भेज दिया करते थे, लेकिन डिजिटल मैनेजमेंट में इस टेबुलेशन शीट का कोई खास महत्व नहीं है। परीक्षक संबंधित उच्च माध्यमिक परीक्षार्थियों के रोल नंबर के साथ प्राप्त अंकों को सीधे पोर्टल पर अपडेट कर सकते हैं। गौरतलब है कि उच्च माध्यमिक की परीक्षा 16 फरवरी से शुरू होने जा रही है। हालांकि इसकी संभावना कम है, कारण अभी तक यह पोर्टल तैयार नहीं हुआ है।
बताया जा रहा है कि वेबेल को पोर्टल का काम सौंपा गया है और 6 महीने के अंदर काम पूरा करने का निर्देश दिया गया है। बताया जा रहा है कि यह काम पूरा होते ही 30 साल पुराना हाईस्कूल सर्टिफिकेट भी ऑनलाइन उपलब्ध हो जाएगा। 1978 से उच्च माध्यमिक परीक्षा के सभी प्रमाणपत्र भी इस प्रणाली के माध्यम से डिजिटल रूप से उपलब्ध होंगे। इस संबंध में शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने कहा कि मुख्यमंत्री शिक्षा के विस्तार में डिजिटलाइजेशन को एक प्रमुख उपकरण बनाना चाहती हैं। उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद ने यह एक नयी नींव रखी है। मेरे हिसाब से इससे परीक्षा प्रणाली बहुत पारदर्शी हो जायेगी तथा गोपनीयता बरकरार रहेगी। माध्यमिक में क्यूआर कोड का उपयोग करके हमें बड़ी सफलता मिली है। इसमें भी सफलता मिलेगी और अन्य राज्य भी इसका अनुसरण करने के लिए मजबूर होंगे।