गुणवत्ता खराब पाए जाने पर नगर निगम द्वारा स्पलाई के पानी पीने पर लगा प्रतिबंध
शहरवासियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए प्रतिदिन 1 लाख पेयजल पाउच कराये जायेंगे उपलब्ध
सिलीगुड़ीः अगले कुछ दिनों के लिए सिलीगुड़ी नगर निगम द्वारा आपूर्ति किये जाने वाले पेयजल पर रोक लगा दी गई है। तीस्ता बांध मरम्मत के कारण वर्तमान समय में महानंदा से पानी लिया जाता है और उसे शुद्ध कर शहरवासियों को पीने के लिए आपूर्ति की जाती है। हालांकि उस पानी में बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) की मात्रा अधिक होने के कारण पीने का पानी दूषित हो गया है। गुणवत्ता खराब पाए जाने पर नगर निगम द्वारा उसे पीने से प्रतिबंधित कर दिया गया है। हालाँकि उस पानी का उपयोग अन्य घरेलू कार्यों में किया जा सकता है। बुधवार को एक पत्रकार सम्मेलन आयोजित कर सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देब ने इसकी घोषणा की है। इस दौरान मेयर गौतम देब ने कहा कि आज पीएचई समेत सभी अधिकारियों के साथ एक बैठक की गई थी। सभी विषयों का जायजा लेने के बाद पीएचई की ओर से जानकारी आई है कि पीने का पानी दूषित हो गया है। बीओडी की जांच कोलकाता में की जाती है। इसलिए पानी के नमूने जांच के लिए कोलकाता भेजे जा रहे है। रिपोर्ट आने में पांच दिन लगेंगे। इस परिस्थिति को देखते हुए भी सिलीगुड़ी के इलाकों में रोजाना ही पानी की आपूर्ति की जायेगी। हालांकि इस समय यह पानी लोग पेयजल के रूप में उपयोग नहीं कर सकते है। मेयर ने शहरवासियों से अनुरोध किया है कि यह पानी पीने के अलावा अन्य कार्यों में उपयोग करें। उन्होंने कहा कि 1 या 2 तारिख से तीस्ता का पानी आने लगेगा। 2 तारिख की शाम को आम लोगों तक वह पानी पहुंचाया जायेगा। ऐसे में उन्होंने आज से 2 जून की दोपहर तक नगर निगम इलाकों में सप्लाई होने वाले पेयजल को पीने से मना किया है। मेयर ने कहा कि अगली सूचना तक कोई भी नगर निगम द्वारा आपूर्ति किया गया पेयजल नहीं पीये। इसके अलावा मेयर ने कहा कि इस समय शहरवासियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए प्रतिदिन 1 लाख पेयजल पाउच उपलब्ध कराये जायेंगे। पांच बोरो में 15 से 20 हजार पानी पाउच दिये जायेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि निगम की ओर से हर वार्ड में पेयजल टैंकर भेजे जायेंगे। इसके अलावा 26 पेयजल टंकी विभिन्न वार्डों में भेजी जायेगी। जिन वार्डों में सुबह पानी टंकी के जायेगे, वहीं दूसरे वार्डों में शाम में जायेंगे।