फर्जी पासपोर्ट मामले में आजाद मलिक को 13 दिन की ईडी हिरासत

सिटी सेशन कोर्ट में किया गया पेश
आजाद मलिक को कोर्ट ले जाते ईडी अधिकारी
आजाद मलिक को कोर्ट ले जाते ईडी अधिकारी
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कोलकाता : फर्जी पासपोर्ट घोटाले में मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्यभर में छापेमारी अभियान चलाया। इस दौरान बिराटी से आजाद मल्लिक नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। वहीं, नदिया जिले के गेदे से आलोक नाथ नामक एक अन्य व्यक्ति को भी ईड़ी अधिकारियों ने हिरासत में लिया था। ईडी सूत्रों के मुताबिक, आलोक नाथ का नाम आजाद मल्लिक के सहयोगी के रूप में सामने आया था। प्राथमिक जांच के आधार पर उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। हालांकि, पूछताछ के बाद आलोक को पर्याप्त सबूतों के अभाव में छोड़ दिया गया। आजाद मल्लिक को बुधवार को सिटी सेशन कोर्ट में पेश किया गया, जहां ईडी ने उसकी हिरासत की मांग की। अदालत ने 29 अप्रैल तक यानी 13 दिनों तक उसे ईडी हिरासत में भेज दिया है।

ईड़ी का आरोप है कि आजाद फर्जी दस्तावेजों के जरिए बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय पासपोर्ट बनवाने में मदद करता था। सूत्रों के अनुसार इस मामले में करीब 2.5 करोड़ रुपये का अवैध लेनदेन हुआ है। ईडी का कहना है कि आजाद मल्लिक हवाला नेटवर्क से भी जुड़ा हुआ है और उसके जरिए लगभग 2.62 करोड़ रुपये बांग्लादेश भेजे गये थे। ईड़ी ने उसके मोबाइल फोन से इस संबंध में कई अहम साक्ष्य भी जब्त किये हैं। आजाद के वकील मो. हसनैन हुसैन अंसारी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनके मुवक्किल भारतीय नागरिक हैं और ईडी ने जिन करोड़ों रुपये की बात की है, उसके ठोस प्रमाण नहीं दिये गये हैं। फिलहाल मामले की जांच जारी है और ईडी इस फर्जीवाड़े में शामिल अन्य लोगों की तलाश कर रहा है।

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