

रामबालक, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कहते हैं कि अगर इंसान ठान ले तो कोई भी परिस्थिति उसके रास्ते की बाधा नहीं बन सकती। कुछ ऐसी ही मिसाल पेश कर रही हैं डानकुनी की रहने वाली रिम्की बाग (19), जो बीएससी एनिमेशन की छात्रा होने के साथ-साथ अपने सपनों को साकार करने के लिए मेहनत की नयी कहानी लिख रही हैं। रिम्की का लक्ष्य फूड इंडस्ट्री के क्षेत्र में भविष्य में बड़ा व्यवसाय खड़ा करना है। इसी उद्देश्य से वह अभी से अनुभव जुटा रही हैं। वह डानकुनी से दक्षिणेश्वर इसके बाद मेट्रो से सीधे महानगर के मैदान मेट्रो स्टेशन के पास फुटपाथ पर खड़े होकर होम-मेड केक और चॉकलेट बेच रही हैं। खास बात यह है कि ये सभी उत्पाद वह अपने घर पर खुद बनाती हैं और कॉलेज जाने वाले बैग में रखकर बिक्री के लिए इन दिनों ला रही हैं।
फुटपाथ से आत्मनिर्भरता की उड़ान
रिम्की बताती हैं कि वह पिछले तीन दिनों से यह काम कर रही हैं और लोगों का रिस्पॉन्स उम्मीद से कहीं बेहतर मिल रहा है। राह चलते लोग न सिर्फ उनके बनाए केक और चॉकलेट खरीद रहे हैं, बल्कि उनके आत्मविश्वास और मेहनत की भी सराहना कर रहे हैं। रिंम्की के अनुसार, प्रतिदिन लगभग 90 प्रतिशत सामान बिक जाता है, जो उनके लिए बड़ी प्रेरणा है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि इस काम को करने में उन्हें किसी तरह का संकोच नहीं है। उनका मानना है कि छोटे स्तर से शुरुआत कर अनुभव लेना ही आगे की सफलता की नींव बनता है। रिम्की को इस प्रयास में अपने माता-पिता का भी पूरा सहयोग मिल रहा है, जो हर कदम पर उनका हौसला बढ़ा रहे हैं। वह कहती हैं कि यह काम उन्होंने सिर्फ कमाई के लिए नहीं, बल्कि सीखने और बाजार को समझने के उद्देश्य से शुरू किया है। लोगों से मिल रहा पॉजीटिव रिस्पॉन्स उनके आत्मविश्वास को और मजबूत कर रहा है। फुटपाथ से शुरू हुई यह छोटी सी पहल आज कई युवाओं के लिए प्रेरणा बन रही है कि सपनों को सच करने के लिए किसी मंच या परिस्थिति का इंतजार नहीं, बल्कि हिम्मत और मेहनत की जरूरत होती है।