कोलकाता: आने वाले विधानसभा चुनाव के तहत तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने मतदाता सूची में ‘फर्जी’ मतदाताओं को पकड़ने के लिए सख्त कदम उठाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। उन्होंने शनिवार को पार्टी नेतृत्व के सभी स्तरों के साथ एक वर्चुअल बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसलों की घोषणा की। अपनी रणनीति के अनुसार, उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से मतदाता सूची पर्यवेक्षक (इलेक्टोरल रोल सुपरवाइजर) की नियुक्ति की जायेगी। इसके मद्देनजर जिला स्तर, ब्लॉक स्तर, शहर, पंचायत स्तर, वार्ड स्तर, बूथ स्तर तक कमेटियां बनाई जाएंगी। घर-घर जाकर दस्तावेजों की जांच की जाएगी। किसी भी प्रकार का संदेह होने पर सूचना नामित जिम्मेदार व्यक्ति को दी जाए और तत्काल कार्रवाई हो। उन्होंने फॉर्म 7 दाखिल करने का निर्देश दिया ताकि पार्टी उस पर याचिका दायर कर सके। अभिषेक ने निर्देश दिया कि समिति गठन की सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद 16 अप्रैल से पूरे राज्य में सत्यापन का काम शुरू होगा।
बीजेपी की योजना बंगाल में 25 लाख नए वोटरों को शामिल करने की है - अभिषेक
अभिषेक बनर्जी ने होली के अगले दिन शनिवार को कैमक स्ट्रीट स्थित पार्टी कार्यालय में मतदाता सूची पुनःनिरीक्षण को लेकर बैठक बुलाई थी। राज्य भर में पार्टी के लगभग सभी नेताओं को बैठक में वर्चुअली शामिल होने का निर्देश दिया गया था। शाम करीब 4.30 बजे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी तथा प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी बैठक में शामिल हुए। शुरुआत में अभिषेक ने मतदाता सूची पर्यवेक्षक का पद सृजित करने की घोषणा की। उनके शब्दों में, ‘कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना ने महाराष्ट्र में ‘फर्जी मतदाता सूची’ को लेकर जो गलती की थी, वह हम नहीं करेंगे। बंगाल में इस फर्जीवाड़े को ममता बनर्जी ने पकड़ लिया। पश्चिम बंगाल दिल्ली या महाराष्ट्र जैसा नहीं है।’ अभिषेक ने वोटर लिस्ट को लेकर सभी को आगाह करते हुए कहा, ‘बंगाल में बीजेपी की योजना 25 लाख मतदाताओं को बाहर कर 25 लाख नए मतदाताओं को शामिल करने की है, हम ऐसा नहीं होने देंगे।’ सूत्रों के अनुसार, अपनी रणनीति पर चर्चा करते हुए अभिषेक ने कहा कि प्रत्येक प्रशासनिक जिले में एक बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) 1 पद का गठन किया जाना चाहिए, जिसे बीएलए 2 पद सृजित करने का अधिकार होगा। जिला समिति को चयन के लिए 3 दिन के भीतर पार्टी हाईकमान को उपयुक्त व्यक्ति का नाम भेजना होगा। उन्होंने यह भी बताया कि सुब्रत बख्शी के नेतृत्व में, अगले पांच दिनों में यानी 20 मार्च तक जिला कमेटी का गठन कर लिया जायेगा। उसके बाद 21 से 27 मार्च के बीच ग्रामीण ब्लॉक कमेटी और नगर कमेटी का गठन किया जायेगा। ब्लॉक मतदाता सूची पर्यवेक्षक (बीईआरएस) और नगर मतदाता सूची पर्यवेक्षक (टीईआरएस) का गठन किया जाएगा। साथ ही 28 अप्रैल से 3 मार्च के बीच क्षेत्रीय के साथ ही वार्ड समितियों का गठन किया जाएगा। अभिषेक ने कहा कि चुनाव एक या दो महीने का मामला नहीं है, यह काम पूरे साल चलता रहेगा। वर्चुअल मीटिंग में अभिषेक ने निर्देश दिया कि मतदाता सूची में गड़बड़ी के मुद्दे पर आयोग पर दबाव बनाए रखा जाए और उसके लिए समन्वय बनाकर काम किया जाएगा।