आभा सर्जी सेंटर ने किया 'अन्यतमा-अन्य नारिर गल्पो' पुरस्कार समारोह का आयोजन

आभा सर्जी सेंटर ने किया 'अन्यतमा-अन्य नारिर गल्पो' पुरस्कार समारोह का आयोजन

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कोलकाता : पूर्व भारत का अग्रणी आईवीएफ और स्त्री रोग केंद्र आभा सर्जी सेंटर की 30वीं वर्षगांठ के अवसर पर अन्यतमा–अन्य नारिर गल्पो शीर्षक पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य उपस्थित थीं। समारोह के आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज में बदलाव लाने वाली महिलाओं की अनसुनी उपलब्धियों को मंच प्रदान करना था। समारोह के दौरान चार प्रेरणादायक महिलाओं प्रतिमा पोद्दार, टुम्पा दास, तानिया सान्याल और देवजानी मुखर्जी को सम्मानित किया गया। प्रत्येक विजेता को ट्रॉफी, प्रमाणपत्र और 50,000 रुपये की नकद राशि प्रदान की गई।

आभा सर्जी सेंटर द्वारा आयोजित अन्यतमा - अन्य नारिर गल्पो के उद्घाटन संस्करण की विजेता, भारत की पहली महिला विमानन अग्निशामक कर्मी तान्या सान्याल, पश्चिम बंगाल की पहली महिला शवदाहकर्ता टुम्पा दास, पश्चिम बंगाल की पहली महिला बस चालक प्रतिमा पोद्दार और नानिघोर की संस्थापक देजानी मुखर्जी
आभा सर्जी सेंटर द्वारा आयोजित अन्यतमा - अन्य नारिर गल्पो के उद्घाटन संस्करण की विजेता, भारत की पहली महिला विमानन अग्निशामक कर्मी तान्या सान्याल, पश्चिम बंगाल की पहली महिला शवदाहकर्ता टुम्पा दास, पश्चिम बंगाल की पहली महिला बस चालक प्रतिमा पोद्दार और नानिघोर की संस्थापक देजानी मुखर्जी

आभा सर्जी सेंटर की संस्थापक एवं मुख्य सलाहकार डॉ. बानी कुमार मित्रा ने कहा, 'आभा सर्जी सेंटर में, हम विभिन्न महिलाओं से मिलते हैं और उनमें से अधिकांश के पास बताने के लिए एक आकर्षक कहानी होती है और जीवन के प्रति उनका उत्साह, विभिन्न बाधाओं को पार करते हुए, उल्लेखनीय होता है। इसलिए, हमारी 30वीं वर्षगांठ के जश्न के एक हिस्से के रूप में, हमने उन उपलब्धि हासिल करने वाली महिलाओं को सम्मानित करने के बारे में सोचा, जिन्होंने अपने दृढ़ संकल्प के साथ समाज में बदलाव लाया है। इसलिए हमें जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में चार महिलाओं की उत्कृष्ट उपलब्धियों का सम्मान करने के लिए अन्यतमा-अन्य नारिर गल्पो नामक एक वार्षिक पुरस्कार शुरू करने पर बेहद गर्व है। इन सभी महिलाओं, जिन्हें सम्मानित करने का हमें सौभाग्य मिला है, का एक प्रेरणादायक और आकर्षक सफर रहा है और अपने काम के माध्यम से उन्होंने समाज में एक अमिट छाप छोड़ी है।'

आभा सर्जी सेंटर की निदेशक और मुख्य भ्रूण विज्ञानी डॉ. कोंकण दास मित्रा ने कहा 'अन्य नारिर गल्पो' के माध्यम से हम न केवल इन चार प्रतिभाशाली महिलाओं की उल्लेखनीय उपलब्धियों और अटूट समर्पण को स्वीकार कर रहे हैं जिन्होंने उत्कृष्टता के एक मानक स्थापित किए हैं और अनगिनत व्यक्तियों को प्रेरित किया है, बल्कि उनकी कहानी दुनिया को भी बता रहे हैं। यह पुरस्कार उन महिलाओं की अजेय भावना का प्रमाण है जो अपनी दृढ़ता से हमें प्रेरित करती रहती हैं।' पुरस्कार प्रदान करने वालों में सुप्रसिद्ध गायिका पद्म भूषण उषा उथुप, फिल्म निर्देशक नंदिता रॉय, नृत्यांगना प्रीति पटेल, भारत की पहली ट्रांसजेंडर प्रिंसिपल डॉ. मानवी बंद्योपाध्याय, लोरेटो कॉलेज की टीचर-इन-चार्ज सिस्टर ए. निर्मला एवं बिरला भारती स्कूल की प्रिंसिपल अपाला दत्ता शामिल रहीं। समारोह का संचालन अभिनेत्री गार्गी रॉय चौधुरी ने किया।

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