

सन्मार्ग संवाददाता
बजबज : बजबज पालिका के तत्वावधान में 'आमादेर पाड़ा आमादेर समाधान' शिविर का आयोजन किया गया। यह देश की पहली ऐसी अनूठी परियोजना है, जिसे पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की विशेष पहल पर शुरू किया गया है। इस शिविर का उद्देश्य स्थानीय लोगों को अपनी समस्याओं को स्वयं पहचानने और उनके समाधान के लिए सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना है। शिविर में आम नागरिकों ने अपने-अपने इलाकों की समस्याओं को दर्ज कराने के लिए उत्साहपूर्वक रजिस्ट्रेशन करवाया। इस शिविर में बजबज पालिका के चेयरमैन गौतम दासगुप्ता, वाइस चेयरमैन मोहम्मद मंसूर, वार्ड संख्या 14 के पार्षद कौशिक राय सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। शिविर में लोगों ने जल निकासी, सड़क मरम्मत, स्ट्रीट लाइटिंग, स्वच्छता और अन्य स्थानीय मुद्दों से संबंधित अपनी शिकायतें और सुझाव प्रस्तुत किए। इस पहल के तहत नागरिकों को अपनी समस्याओं को न केवल उजागर करने का अवसर मिला, बल्कि उनके समाधान के लिए नगरपालिका के साथ मिलकर काम करने का मौका भी प्राप्त हुआ।
नागरिक-प्रशासन सहभागिता को बढ़ावा देगी 'आमादेर पाड़ा आमादेर समाधान' परियोजना
बजबज पालिका के वाइस चेयरमैन मो. मंसूर ने कहा कि कहा कि यह परियोजना नागरिकों और प्रशासन के बीच एक सेतु का काम करेगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की यह पहल स्थानीय स्तर पर समस्याओं के त्वरित समाधान और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए है। शिविर में दर्ज की गई शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई शुरू करने का आश्वासन दिया गया। स्थानीय निवासियों ने इस पहल की सराहना की और इसे अपने क्षेत्र की समस्याओं को हल करने का एक प्रभावी मंच बताया। शिविर में भाग लेने वाले लोगों ने बताया कि इस तरह के आयोजन से न केवल उनकी समस्याएं सुनी जा रही हैं, बल्कि प्रशासन के साथ सीधा संवाद भी स्थापित हो रहा है। इस परियोजना के तहत भविष्य में और शिविर आयोजित किए जाएंगे ताकि बजबज के सभी वार्डों की समस्याओं का समाधान हो सके। यह पहल सामुदायिक सहभागिता और प्रशासनिक जवाबदेही को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।