
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : डीजीसीए की एक टीम ने गुरुवार को कोलकाता एयरपोर्ट के बुनियादी ढांचे और परिचालन प्रोटोकॉल का दो दिवसीय ऑडिट पूरा किया। इसका नेतृत्व संयुक्त महानिदेशक भरत भूषण ने किया है। यह ऑडिट अहमदाबाद में एयर इंडिया की उड़ान एआई 171 के दुखद हादसे के बाद किया गया, जिसमें 242 यात्रियों और चालक दल के 241 सदस्यों सहित 270 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। सूत्रों के अनुसार, डीजीसीए एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगा, जिसमें सुधार के लिए सुझाव, आवश्यक उपाय और सुरक्षा से समझौता करने वाली कमियों के लिए दंड का उल्लेख होगा। कोलकाता एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि टीम ने दोनों रनवे की स्थिति, उनकी मार्किंग और लाइट्स की जांच की, साथ ही द्वितीयक रनवे के एक हिस्से में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। इसके अलावा, टैक्सीवे, एप्रन क्षेत्र (जहां पार्किंग बे हैं), रन वे प्रबंधन, पक्षी नियंत्रण और मानसून के दौरान जलभराव रोकने के लिए ड्रेनेज सिस्टम की भी जांच की गई।
रखरखाव प्रोटोकॉल की जांच हुई
कोलकाता एयरपोर्ट और राज्य सरकार ने बर्ड हिट और मानसून में जलभराव रोकने के लिए कई उपाय किए हैं। एक अधिकारी ने बताया, "टीम ने उन्नत विजुअल डॉकिंग गाइडेंस सिस्टम की जांच की, जो पायलटों को टैक्सीवे से टर्मिनल के पास पार्किंग बे तक सटीक और सुरक्षित मार्गदर्शन प्रदान करता है, जिससे विमान पार्किंग, सुरक्षा और टर्नअराउंड दक्षता में सुधार हुआ है।" विमान हैंगर और रखरखाव, मरम्मत व संचालन (एमआरओ) करने वाली कंपनियों का भी गहन निरीक्षण किया गया। अधिकारी ने कहा, "टीम ने इंजीनियरों द्वारा अपनाए गए रखरखाव प्रोटोकॉल, विमान रखरखाव मैनुअल के अनुपालन और लाइन रखरखाव सुविधाओं के कार्यकरण की जांच की।" कोलकाता एयरपोर्ट पर एआई इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड सबसे बड़ी एमआरओ है, इसके बाद जीएमआर एविएशन, एयर वर्क्स और ताज एयर हैं। डीजीसीए ने यह भी जांच की कि क्या लाइन रखरखाव सुविधाएं स्थापित सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुसार उचित टूल नियंत्रण प्रक्रियाओं के साथ संचालित हो रही हैं।
एयरलाइंस मैनेजमेंट की भी जांच
टीम ने विभिन्न एयरलाइंस, ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसियों जैसे एआई एयरपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड, इंडोथाई एयरपोर्ट मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड और एजाइल एयरपोर्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, साथ ही तेल कंपनियों जैसे इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड, भारत पेट्रोलियम और रिलायंस पेट्रोलियम के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की। रैंप सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत, डीजीसीए ने एयरपोर्ट अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रतिबंधित एयरसाइड क्षेत्रों में संचालित सभी वाहनों में स्पीड गवर्नर लगाए जाएं। कोलकाता तीसरा भारतीय एयरपोर्ट है, जिसका ऑडिट दिल्ली और मुंबई के बाद किया गया। टीम गुरुवार शाम को पटना के लिए रवाना हो गई।