

विधाननगर : शहर के एक नामी अस्पताल के एमडी के नाम का फायदा उठाकर फाइनेंस विभाग के वाइस प्रेसिडेंट से 94 लाख रुपये की ठगी की गई। घटना के बाद कंपनी ने बागुईआटी थाने में शिकायत दर्ज कराई है और ठगी के आरोपी की गिरफ्तारी व रकम की रिकवरी की मांग की है।
क्या है पूरा मामला
कंपनी के प्रतिनिधि अतनु मुखर्जी ने बताया कि 9 दिसंबर 2025 को उन्हें एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सऐप मैसेज आया। मैसेज में अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रशांत शर्मा की तस्वीर भेजी गई और संदेश में कहा गया कि अब उनसे नए मोबाइल नंबर पर संपर्क करना होगा। अगले दिन यानी 10 दिसंबर की सुबह, उसी नंबर से कंपनी की फंड स्थिति के बारे में जानकारी मांगी गई।
इसके बाद मैसेज के माध्यम से कथित मैनेजिंग डायरेक्टर ने 94 लाख रुपये एक प्राइवेट बैंक खाते में ट्रांसफर करने के निर्देश दिए। इन निर्देशों को वास्तविक समझते हुए अतनु मुखर्जी ने कंपनी के करेंट अकाउंट से उक्त राशि ट्रांसफर कर दी।
कुछ समय बाद जब उन्हें इस लेन-देन पर शक हुआ, उन्होंने आरोपी के बैंक खाते को फ्रीज कराने का अनुरोध किया। लेकिन तब तक ठग ने रकम का एक बड़ा हिस्सा निकाल लिया था। इस घटना के तुरंत बाद, अतनु मुखर्जी ने नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई।
बागुईआटी पुलिस को दी गई शिकायत में कंपनी ने एफआईआर दर्ज कर पूरी तरह जांच शुरू करने और ठगी की रकम की रिकवरी के लिए तत्काल कार्रवाई करने की अपील की है। पुलिस ने कहा कि साइबर ठगी के मामलों में तेजी से जांच कर आरोपी का पता लगाया जाएगा और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह मामला फिशिंग और सोशल इंजीनियरिंग के जरिये हुए साइबर फ्रॉड का उदाहरण है। आम लोगों और कंपनियों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है कि वे किसी भी अज्ञात नंबर से आए संदेश या लेन-देन के निर्देश की पुष्टि किए बिना किसी भी वित्तीय लेन-देन को न करें।
बागुईआटी पुलिस इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय जांच में जुट गई है और जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी व रकम की वसूली की दिशा में कदम उठाए जाने की संभावना है।