राज्य में कोविड के नये 41 मामले, एक की हुई मौत

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कोलकाता मेडिकल कॉलेज में मास्क लगाए दिखे लोग
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सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : एक बार फिर कोरोना संक्रमण राज्य में पैर पसार रहा है। पश्चिम बंगाल में कोविड के 41 नये मामले रिकॉर्ड किये गये हैं और एक महिला की मौत हुई है। हावड़ा की रहने वाली 43 वर्षीया महिला का इलाज कोलकाता के एक निजी अस्पताल में चल रहा था। गत सोमवार की रात महानगर के उक्त निजी अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में उसकी मौत हो गयी। इस साल यह पश्चिम बंगाल में कोविड से हुई पहली मौत है। बताया गया कि महिला को अक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम, सेप्टिक शॉक, अक्यूट किडनी इंजरी जैसी कई बीमारियां थीं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घण्टे में कोरोना से 11 लोग राज्य में ठीक हुए हैं। फिलहाल राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 372 बतायी गयी है। वहीं 1 जनवरी 2025 से अब तक राज्य भर में 38 लोग कोविड से ठीक हुए हैं।

‘घबराने की नहीं है जरूरत’

कोविड को लेकर राज्य के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नारायण स्वरूप निगम ने कहा, ‘कोविड को लेकर लगातार निगरानी रखी जा रही है। हालांकि घबराने की कोई आवश्यकता फिलहाल नहीं है।’

मास्क और सैनिटाइजर की हो रही वापसी

बढ़ते संक्रमण को देखकर लोग खुद सतर्क हो गये हैं। मास्क और सैनिटाइजर की वापसी भी देखी जा सकती है। अस्पतालों में भी आउटडोर में डॉक्टरों को मास्क पहनकर इलाज करते हुए देखा जा सकता है। लोग भी भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क का इस्तेमाल करने लगे हैं।

डॉक्टरों ने कहा, घबरायें मत, लेकिन रहें सतर्क

कोविड के बढ़ते संक्रमण को लेकर डॉक्टरों की सलाह है कि चूंकि इस बार कोविड के लक्षण काफी हल्के हैं और अधिकतर मामलों में अस्पतालों में भर्ती हुए बगैर घर पर ही मरीज ठीक हो जा रहे हैं। हालांकि कोविड संक्रमण बढ़ रहा है और इसे लेकर सतर्क होने की आवश्यकता है। वुडलैंड्स अस्पताल में क्लीनिकल माइक्रोबायोलॉजी एण्ड इंफेक्शस डिसीज के कंसल्टेंट इन्चार्ज डॉ. दीप नारायण मुखर्जी ने सन्मार्ग से कहा, ‘यह सही बात है कि कोविड के मामले बढ़ रहे हैं। हालांकि अधिकतर मामले हल्के लक्षण वाले हैं जो किसी वायरल फीवर की तरह है। इनमें बहती नाक, बुखार आदि लक्षण देखे जा रहे हैं। कोविड का यह वैरिएंट अधिक आक्रामक नहीं है जिस कारण घबराने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि हमें सतर्क रहना होगा। भीड़भाड़ में जाने से बचना होगा और हाथों की हाइजीन पर पूरा ध्यान देना होगा। मौसम बदलने के समय स्वाइन फ्लू भी बढ़ जाता है। कोई भी लक्षण दिखने पर खुद कुछ ना कर डॉक्टर से सलाह लें।’ फोर्टिस अस्पताल में चीफ नर्सिंग ऑफिसर डॉली विश्वास ने कहा, ‘हम कोविड के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं। हम लोगों से ऐसी स्थितियों में घबराने से बचना चाहेंगे। हम सभी से दूरी और स्वच्छता बनाए रखने और ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टरों से परामर्श करने का आग्रह करते हैं। पीयरलेस अस्पताल के डॉ. चंद्रमौली भट्टाचार्य ने कहा कि कोविड के पिछले विरेएंट से ज्यादा संक्रामक फिलहाल फैलने वाले वैरिएंट को माना जा रहा है। एसे में ज्यादा कोविड संक्रमण के मामले सामने आने की संभावना है। हालांकि उन्होंने कहा कि ज्यादातर लोग कोविड वैक्सीन ले चुके हैं, मगर ऐसा में माना जा रहा है कि धीरे धीरे लोगों की इम्यूनिटि कम हो गई है इसलिए इस बार फैल रहे कोविड में ज्यादा लोगों के प्रभावित होने की संभावना है। हालांकि उन्होंने कहा कि ज्यादा ​चिंतित होने की कोई बात नहीं है, लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है।

बचाव के लिए क्या करें?

खासकर भीड़ वाली जगहों पर मास्क लगायें।

बार-बार साबुन से हाथ धोयें या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।

वैक्सीन की बूस्टर खुराक इम्यूनिटी बढ़ाती है।

अगर बुखार, खांसी या सांस लेने में तकलीफ हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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