शताद्रु दत्ता की कंपनी के 4 अधिकारियों से हुई पूछताछ

कंपनी के 6 अधिकारियों को पुलिस ने किया था तलब
फाइल फोटो
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कोलकाता : अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेस्सी के शनिवार को कोलकाता दौरे के आयोजन में हुई अव्यवस्था को लेकर शताद्रु दत्ता की कंपनी शताद्रु रॉय इनिशिएटिव के छह अधिकारियों में से चार ने मंगलवार को बिधाननगर पुलिस के सामने बयान दर्ज कराए। शेष दो अधिकारियों ने पेश होने के लिए समय मांगा है।

विधाननगर के पुलिस कमिश्नर मुकेश कुमार ने बताया कि कुल छह लोगों को तलब किया गया था, जिनमें से चार ने पूछताछ में सहयोग किया है। दो अन्य के बयान दर्ज किए जाने का इंतजार है। पुलिस के अनुसार दत्ता की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर डिटेक्टिव डिपार्टमेंट की अलग-अलग टीमों ने बिधाननगर साउथ और बिधाननगर ईस्ट थानों में इन अधिकारियों से सवाल-जवाब किए। उनसे कार्यक्रम के दौरान उनकी भूमिका और जिम्मेदारी के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी। शताद्रु दत्ता को भारतीय न्याय संहिता की कई धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया था। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल मेंटेनेंस ऑफ पब्लिक ऑर्डर एक्ट और प्रिवेंशन ऑफ डैमेज टू पब्लिक प्रॉपर्टी एक्ट की धाराएं भी लगाई गई हैं। विधाननगर अदालत ने रविवार को उन्हें 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।

टिकट बिक्री से लेकर अवैध एंट्री तक की जांच

पुलिस सूत्रों के अनुसार, शुरुआती जांच में पता चला है कि करीब 60 हजार सीटों में से लगभग 35 हजार टिकट दत्ता की कंपनी ने एक ऑनलाइन टिकटिंग एग्रीगेटर के माध्यम से बेचे थे। शेष टिकट और विशेष पास स्पॉन्सर्स, वीआईपी मेहमानों और पुलिस को कॉम्प्लिमेंट्री तौर पर दिए गए थे। जांच में सामने आया है कि तलब किए गए छह लोगों में दो पूर्व फुटबॉलर हैं, जो प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में दत्ता की अहम बैठकों में शामिल थे। एक अन्य व्यक्ति मेस्सी और उनकी टीम के शेड्यूल व मूवमेंट प्लान का प्रभारी था, जबकि बाकी तीन कोर ऑर्गनाइजिंग ग्रुप का हिस्सा थे। पुलिस का कहना है कि इन सभी को उनके रोल और इवेंट के दिन की जिम्मेदारियों को स्पष्ट करने के लिए बुलाया गया था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि स्टेडियम में कितने लोगों को प्रवेश की अनुमति दी गई थी, कितने स्पेशल पास जारी हुए और प्रतिबंधित वस्तुएं, जैसे पानी की बोतलें अंदर कैसे पहुंचीं। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि आयोजकों और वेंडर्स के बीच क्या समझौता था, जिन्होंने तय कीमत से कई गुना अधिक दाम पर पानी बेचा।

इसी मामले में तोड़फोड़ की जांच के दौरान पुलिस ने धापा निवासी रूपक मंडल को भी गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही इस मामले में गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर छह हो गई है।

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